गुजरात : गुजरात घूमने आए और आपने कच्छ नहीं देखा तो समझो आपकी यात्रा अधूरी है। कच्छ का रण थार रेगिस्तान का ही एक हिस्सा है। रन ऑफ कच्छ का ज्यादातर भाग गुजरात में है और कुछ भाग पाकिस्तान में है। कच्छ कला, संस्कृति और परंपराओं का गढ़ है। यहां हर साल अक्टूबर से फरवरी तक रण ऑफ कच्छ फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। जिसमें हिस्सा लेने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। फेस्टिवल के दौरान यहां का नजारा देखने लायक होता है। अगर आप भी रन ऑफ कच्छ जाने की सोच रहे हैं, तो आईआरसीटीसी लेकर आया है आपके लिए शानदार मौका। बहुत ही कम खर्च में उठा सकते हैं आप घूमने-फिरने से लेकर खाने-पीने तक का मज़ा।कच्छ नहीं देखा तो समझो आपकी यात्रा अधूरी है। कच्छ का रण थार रेगिस्तान का ही एक हिस्सा है। रन ऑफ कच्छ का ज्यादातर भाग गुजरात में है और कुछ भाग पाकिस्तान में है। कच्छ कला, संस्कृति और परंपराओं का गढ़ है। यहां हर साल अक्टूबर से फरवरी तक रण ऑफ कच्छ फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। जिसमें हिस्सा लेने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। फेस्टिवल के दौरान यहां का नजारा देखने लायक होता है। अगर आप भी रन ऑफ कच्छ जाने की सोच रहे हैं, तो आईआरसीटीसी लेकर आया है आपके लिए शानदार मौका। बहुत ही कम खर्च में उठा सकते हैं आप घूमने-फिरने से लेकर खाने-पीने तक का मज़ा।कच्छ नहीं देखा तो समझो आपकी यात्रा अधूरी है। कच्छ का रण थार रेगिस्तान का ही एक हिस्सा है। रन ऑफ कच्छ का ज्यादातर भाग गुजरात में है और कुछ भाग पाकिस्तान में है। कच्छ कला, संस्कृति और परंपराओं का गढ़ है। यहां हर साल अक्टूबर से फरवरी तक रण ऑफ कच्छ फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। जिसमें हिस्सा लेने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। फेस्टिवल के दौरान यहां का नजारा देखने लायक होता है। अगर आप भी रन ऑफ कच्छ जाने की सोच रहे हैं, तो आईआरसीटीसी लेकर आया है आपके लिए शानदार मौका। बहुत ही कम खर्च में उठा सकते हैं आप घूमने-फिरने से लेकर खाने-पीने तक का मज़ा।