अहमदाबाद| गुजरात में शराबबंदी के बावजूद आए दिन देशी-विदेशी शराब पकड़ी जाती है| शराबबंदी के खिलाफ सख्त कानून होने के बावजूद शराब तस्करी बदस्तूर जारी है| नतीजा यह है कि युवा पीढ़ी शराब समेत अन्य नशे की आदी होती जा रही है| युवाओं को नशे के चंगुल से बचाने के लिए स्थानीय स्तर पर भी प्रयास जरूरी हैं| उत्तरी गुजरात के एक गांव ने इसकी पहल करते हुए बड़ा फैसला किया है|
बनासकांठा जिले की थराद तहसील के डोड ग्राम पंचायत शराब समेत गुटका-तम्बाकू पर भी प्रतिबंध लगा दिया है| प्रतिबंध लगाने के साथ ही शराब व गुटका-तम्बाकू के लिए जुर्माना भी तय कर दिया है| अगर कोई व्यक्ति गांव में शराब बेचते पकड़ा जाता है तो उससे रु. 51000 जुर्माना वसूल किया जाएगा| यदि कोई शराब लेते धरा जाता है तो उसे रु.5100 जुर्माना देना होगा| शराब ही नहीं गुटका-तम्बाकू बेचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनसे जुर्माना वसूला जाएगा| राज्य की प्रत्येक ग्राम पंचायतें अगर इस प्रकार के कड़े कदम उठाती हैं तो युवाओं को नशे की चंगुल से बचाया जा सकता है|