गुजरात

गुजरात क्राइम रिपोर्ट: 11 साल की बच्‍ची 10 साल से कोई खोज खबर नही, अंत में केस बंद करना पड़ा

Admin Delhi 1
22 Feb 2022 2:01 PM GMT
गुजरात क्राइम रिपोर्ट: 11 साल की बच्‍ची 10 साल से कोई खोज खबर नही, अंत में केस बंद करना पड़ा
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11 साल की एक बच्ची सोसायटी से कैसे गायब हो सकती है। दस साल बाद, उसके लापता होने का रहस्य अनसुलझा है, और शायद ऐसा ही बना रह सकता है, क्योंकि पुलिस ने मामले की जांच बंद कर दी है। इस कदम का एक बड़ा कारण यह है कि दो वीडियो फुटेज, जिन्हें विश्व पटेल का माना गया था। वह गलत निकला। विद्यानगर हाई स्कूल की सातवीं कक्षा की छात्रा विश्व 27 जनवरी 2012 को दोपहर करीब 1.30 बजे अपनी सोसायटी के साझा प्लॉट में एक शादी में शामिल होने के बाद लापता हो गई थी। राज्य की एजेंसियों, अपराध शाखा और स्थानीय पुलिस ने उसका पता लगाने के सभी प्रयास किए। पुलिस ने विभिन्न मुखबिरों से कम से कम 3,400 फोन कॉल्‍स का पता लगाया। लेकिन यह कवायद भी व्यर्थ रही। शुरू में उसके माता-पिता ने कहा कि एक लड़की जिसे एक शादी समारोह से बाहर निकलते देखा गया था, वह विश्व थी। हालांकि समारोह का वीडियो देखने के बाद उन्होंने कहा कि उनका हेयर स्टाइल और कपड़े अलग हैं।

पुलिस ने पटेलों के आवास के पास स्थित वेजलपुर में एक निर्माण स्थल से सीसीटीवी फुटेज भी एकत्र किए। फुटेज में कथित तौर पर एक लड़की को विश्व के विवरण से मेल खाते हुए सड़क पार करते हुए और वेजलपुर से बाहर जाते हुए देया गया। माता-पिता ने शुरू में पुष्टि की कि वीडियो में दिख रही लड़की उनकी बेटी है। लेकिन बाद में उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक पुलिस अधिकारी ने कहा क‍ि उसके माता-पिता ने इस बात से इनकार किया कि क्लिप में दिख रही लड़की विश्व थी। उसके बाद हमारे पास कोई सबूत बचा ही नहीं। सार्वजनिक विरोधों के बाद मार्च 2012 में गुजरात हाई कोर्ट ने राज्य सरकार और पुलिस को फटकार लगाई, जिसके बाद सीआईडी (अपराध) ने लापता बच्चों की तलाश के लिए एक सेल का गठन किया। 2017 में अदालत के हस्तक्षेप के बाद मामले को बंद कर दिया गया जिसे बाद में फिर से खोल दिया गया। विश्व पटेल मामले की जांच आनंदनगर पुलिस, सीआईडी (अपराध) लापता सेल ने की थी। शहर की अपराध शाखा ने पूरे भारत के 125 रेलवे स्टेशनों पर उसकी तस्वीर और संपर्क फोन नंबरों के साथ पोस्टर भेजे थे।

क्राइम ब्रांच की तत्कालीन टीम के एक जांचकर्ता ने कहा, 'हमें ऐसे लोगों के कई फोन आए जिन्होंने दावा किया कि उन्होंने विश्व के विवरण से मेल खाती एक लड़की को देखा है। हमने कई राज्यों का दौरा किया! लेकिन यह सब व्यर्थ था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा क‍ि हमने उम्र के साथ होने वाले बदलावों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न सॉफ्टवेयर का उपयोग करके उसकी उपस्थिति के बारे में जानने की कोश‍िश की। हमने उसकी तस्वीरों को पूरे देश में भेजा। लेकिन कुछ भी काम नहीं आया। सीआईडी (अपराध) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चूंकि कोई सुराग या सबूत नहीं मिला, इसलिए स्थानीय पुलिस ने जांच बंद करने का फैसला किया। अधिकारी ने कहा क‍ि हमें उसकी मौत की कोई खबर नहीं मिली है। हालांकि कानून की नजर में उसे मृत मान लिया गया है। हम उम्मीद करते हैं कि वह जिंदा है और किसी दिन घर लौट आएगी

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