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राज्यपाल आचार्य देवव्रत के जन्मदिवस के अवसर पर बुधवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भुपेन्द्रभाई पटेल ने शुभकामनाएं दी। राजभवन में राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी को गुलदस्ता अर्पण करते हुए मुख्यमंत्री भुपेन्द्रभाई पटेल ने उनकी दीर्घायु की कामना की और राज्यपाल द्वारा जारी जनहित के कार्य जारी रहने की भी शुभकामनाएं दी। राज्यपालश्री के जन्मदिवस पर सेवाकार्य करते हुए राजभवन परिवार द्वारा राजभवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस रक्तदान शिविर में 903 युनिट एकत्र किया गया।
राजभवन में सुबह 8 बजे से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमितभाई शाह ने भी पत्र भेजकर राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी हैं। राजभवन परिवार द्वारा राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी के जन्मदिवस पर सेवाकार्य के अंतर्गत राजभवन में सुबह 8 बजे से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था। राज्यपालश्री के सुपुत्र गौरव आर्य का भी आज जन्मदिवस था। पुत्र गौरव आर्य और पुत्रवधु श्रीमती कविता ने भी इस शिविर के दौरान रक्तदान किया।
78 जितनी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने रक्तदान किया
गांधीनगर और अहमदाबाद के सिविल अस्पताल एवं इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के सहयोग से आयोजित इस रक्तदान शिविर में अनेक स्वैच्छिक संस्थाओं, सेना-पुलिस के जवानों, कॉलेज के विद्यार्थियों, धार्मिक- सेवाभावी संगठनों, युनिवर्सिटी के विद्यार्थियों सहित 78 जितनी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने रक्तदान किया। राज्यपालश्री के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. शशांक सिम्पी के संकलन से आयोजित इस रक्तदान शिविर में 903 युनिट रक्त एकत्र किया गया,
जिससे 20,709 जितने लोगों के प्राण बचाए जा सकते हैं।
राज्यपाल के शिष्य सत्यप्रकाश आर्य ने बनारस से आकर 118वीं बार किया रक्तदान
"हमारे प्रधानाचार्यजी ने अभ्यास के साथ- साथ सेवाभावना की सीख दी थी कि 'नि:स्वार्थ भाव से सेवा करो'।, हम इसी तरह सेवा करते आए हैं और करते रहेंगे" राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी के 64वें जन्मदिवस पर गांधीनगर- राजभवन में आयोजित रक्तदान शिविर में बनारस से रक्तदान करने और राज्यपालश्री को जन्मदिवस पर प्रणाम करने पहुंचे उनके शिष्य सत्यप्रकाश आर्य के यह शब्द हैं।
राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी हरियाणा के कुरुक्षेत्र में गुरुकुल के प्रधानाचार्य थे
राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी हरियाणा के कुरुक्षेत्र में गुरुकुल के प्रधानाचार्य थे, तब उनके पास शिक्षा प्राप्त कर चुके सत्यप्रकाश आर्य ने 118 बार रक्तदान और 14 बार प्लेटलेट्स का दान किया है। वह मिशन रक्तक्रांति हिन्दुस्तान के साथ भी सक्रियता से जुड़े हैं। वह स्वयं और उनके परिवारजन राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी और लेडी गवर्नर श्रीमती दर्शनादेवी- माताजी के जन्मदिवस पर निश्चित रूप से रक्तदान करते हैं। बनारस में योग प्रशिक्षक के तौर पर सेवाएं प्रदान करने वाले सत्यप्रकाश ने कहा कि "प्रधानाचार्यजी ने हमको शिक्षा के साथ स्वास्थ्य और संस्कारों की शिक्षा भी दी है। हम में सेवाभावना उत्पन्न की है। राज्यपालश्री ने मेरे जैसे अनेक शिष्यों को सिखाया है कि मूल्यनिष्ठ जीवन कैसे जिया जाता है। हम में संस्कारों का सिंचन किया है।"
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