गुजरात

आप ने 'कचरे के पहाड़' से बीजेपी को लिया आड़े हाथ

Rani Sahu
13 Nov 2022 10:12 AM GMT
आप ने कचरे के पहाड़ से बीजेपी को लिया आड़े हाथ
x
नई दिल्ली, (आईएएनएस)। एमसीडी चुनाव की घोषणा के साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) को दिल्ली और गुजरात में दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के 250 वाडरें वाले नगर निगम (एमसीडी) में 4 दिसंबर को मतदान होगा, वहीं 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के लिए दो चरणों में 1 और 5 दिसंबर को मतदान होगा। एमसीडी और गुजरात के लिए मतगणना क्रमश: 7 दिसंबर और 8 दिसंबर को होगी।
दिल्ली में आप ने स्पष्ट कर दिया है कि वह राष्ट्रीय राजधानी में तीन कचरे के पहाड़ों को साफ करने के एजेंडे के साथ एमसीडी चुनाव लड़ेगी।
गुजरात में आप दिल्ली जैसे स्कूल, अस्पताल बनाने और मुफ्त बिजली देने के अपने प्रमुख कार्यक्रमों सहित अन्य के वादे पर टिकी हुई है।
दिल्ली और गुजरात दोनों में आप मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में भाजपा का सामना कर रही है। जहां भगवा पार्टी गुजरात में 27 साल से सत्ता में है, वहीं दिल्ली में बीजेपी एमसीडी में लगातार चौथे कार्यकाल के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
हालांकि दिल्ली में अपने संसाधनों के साथ भाजपा का मुकाबला करना आप के लिए अपेक्षाकृत आसान हो सकता है, लेकिन गुजरात भाजपा का गढ़ रहा है और एक बहुत बड़ा राज्य है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल एमसीडी में भाजपा का मुकाबला कर रहे हैं।
आप शहर को कूड़ा मुक्त बनाने और इसके विकास के नाम पर चुनाव लड़ रही है।
शुक्रवार को केजरीवाल ने जनता के लिए 10 गारंटी का ऐलान किया, जिसे पार्टी ने 'केजरीवाल की 10 गारंटी' का नाम दिया।
केजरीवाल ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि पहली गारंटी यह है कि शहर में कोई नया लैंडफिल साइट नहीं बनेगा।
केजरीवाल ने कहा, हम कचरे के तीनों पहाड़ों को साफ कर देंगे और शहर में कोई नया लैंडफिल नहीं बनने देंगे।
अन्य गारंटियों के बीच केजरीवाल ने घोषणा की कि दिल्ली को पार्कों के शहर के रूप में विकसित किया जाएगा, जबकि पाकिर्ंग की समस्या का स्थायी और व्यावहारिक समाधान निकाला जाएगा।
केजरीवाल के दो वफादार नेताओं गोपाल राय और दुर्गेश पाठक को एमसीडी चुनाव का खाका तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मंत्री गोपाल राय पार्टी के प्रदेश संयोजक हैं जबकि विधायक दुर्गेश पाठक एमसीडी चुनाव प्रभारी हैं।
केजरीवाल और उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया के गुजरात में भाजपा को टक्कर देने की उम्मीद कर रही है।
पार्टी ने चुनाव से पहले दिल्लीवासियों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए 13,682 बूथों पर कूड़े पर जनसंवाद' शुरू किया है। पार्टी 20 नवंबर तक दिल्ली के 13,682 बूथों में से प्रत्येक पर सार्वजनिक संवाद आयोजित करने की योजना बना रही है।
बीजेपी आप का मुकाबला दो अहम मुद्दों-प्रदूषण और भ्रष्टाचार से कर रही है. हालांकि भगवा पार्टी को 15 साल तक सत्ता में रहने के बाद बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहर का भी सामना करना पड़ रहा है। आप का मुकाबला करने के लिए उसके पास अरविंद केजरीवाल जैसा चेहरा भी नहीं है।
इस बीच कांग्रेस दिवंगत मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल में किए गए कामों के दम पर मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है.
दूसरी तरफ स्थानीय निकाय चुनाव आप के लिए एक कठिन कार्य हो सकता है क्योंकि इसका शीर्ष नेतृत्व गुजरात में लगा हुआ है।
Next Story