नयी दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शुक्रवार को कहा कि छह महीने के अंदर दिल्ली में रिक्त सभी सरकारी पदों को भर लिया जाएगा ताकि लोगों को मिलने वाली सुविधाओं को विश्वस्तरीय बनाया जा सके।
सक्सेना ने आज यहाँ दिल्ली के नवनियुक्त सरकारी कर्मचारियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में कहा कि सभी रिक्त पदों को छह महीने के अंदर भर दिया जाएगा। इस संबंध में इम्तिहान कराने वाले दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) और संघ लोक सेवा आयोग(यूपीएससी) को निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि ख़ाली पदों को जल्द से जल्द भरने के लिए वह स्वयं इसकी निगरानी करते हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि सरकारी रिक्त पदों पर स्थाई भर्ती में आने वाली अड़चनों को दूर कर लिया गया है। इसलिए भर्ती प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाएगा।
उपराज्यपाल ने कहा कि यह नियुक्ति पत्र सेवा करने का अवसर है। सरकारी नौकरी केवल जीवन यापन का साधन नही है,बल्कि लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने का कार्य है। श्री सक्सेना ने कहा कि उपराज्यपाल का पद संभालने के बाद जब वह पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले थे तब उन्होंने कहा था कि सरकारी पदों को भरा जाए ताकि युवाओं को रोजगार मिले। उन्होंने कहा कि वह उसी दिशा में काम कर रहे हैं।
श्री सक्सेना ने कहा कि पिछले आठ महीने में 7873 लोगों को सिर्फ़ शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरियां दी गईं जबकि अन्य विभागों को मिलकर बारह हज़ार लोगों को नौकरियां दी गईं। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि एडहॉक और अनुबंध पर काम करने की प्रथा समाप्त किया जाए और इसके स्थान पर सभी नियमित कर्मचारी लगाए जाएं।
उन्होंने कहा कि अनुबंध पर काम करने वाले कर्मचारी अपनी नौकरी को लेकर चिंतित रहते हैं, इसलिए वे अपने कार्य का 100 प्रतिशत नही दे पाते हैं। एडहॉक कल्चर को ख़त्म किया जाना चाहिये। इससे न केवल कर्मचारियों के हितों की रक्षा होगी बल्कि सरकार को योग्य लोग मिलेंगे।
इस मौक़े पर दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, डीएसएसएसबी के चेयरमैन सुरबीर सिंह, एनडीएमसी के चेयरमैन अमित यादव और अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद थे।