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पणजी,(आईएएनएस)| तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की गोवा यूनिट ने गुरुवार को कहा कि महादेई के पानी को डायवर्ट होने से बचाने के लिए 'आंदोलन' ही एकमात्र विकल्प है। राज्य सरकार सभी पहलुओं पर 'विफल' रही है। तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई से मुलाकात की और महादेई नदी की रक्षा करने के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा। राज्यपाल से मुलाकात के बाद तृणमूल कांग्रेस के संयोजक सैमिल वोल्वोइकर ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को पद छोड़ देना चाहिए क्योंकि वह इस मुद्दे को हल करने में विफल रहे हैं। वॉल्वोइकर ने कहा, वह राज्य के प्रमुख हैं, अगर वह महादेई को नहीं बचा सकते हैं तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। नेता वॉल्वोइकर ने कहा कि मुख्यमंत्री सावंत नई डीपीआर की प्रक्रिया से वाकिफ थे और उन्हें विश्वास में लेकर केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसके बिना, यह नहीं हो सकता है।
वॉल्वोइकर ने कहा कि हमने इस मुद्दे पर राज्यपाल के साथ चर्चा की है और हमने उन्हें बताया है कि अगर पानी को डाइवर्ट किया गया तो गोवा को कैसे नुकसान होगा। आंदोलन ही एकमात्र विकल्प है। हमने बुधवार से आंदोलन शुरू कर दिया है क्योंकि महादेई हमारी मां है। अगर हम महादेई की रक्षा करने में विफल रहते हैं, तो गोवा को नुकसान होगा, इसलिए आंदोलन तेज करने की जरूरत है। केंद्र सरकार ने महादेई नदी पर विवादित कालसा-भंडूरी बांध परियोजना के लिए कर्नाटक की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दी थी।
--आईएएनएस
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