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नशे की ओवरडोज देकर दोस्त ने की दोस्त की हत्या

Teja
19 Feb 2023 3:28 PM GMT
नशे की ओवरडोज देकर दोस्त ने की दोस्त की हत्या
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UP: यूपी के अमेठी जिले में सोमवार को प्राइवेट शिक्षक विजय कुमार उर्फ रोहित सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है। अधिकारियों के अनुसार, विजय कुमार उर्फ रोहित सिंह को उसके साथियों से मिलने वाले एविल और स्मैक के ओवरडोज देकर उसे मौत के घाट उतार दिया। उसकी मौत के बाद संदिग्ध ने रोहित के शव को सड़क के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर एविल की शीशी और मोबाइल बरामद कर लिया है। साथ ही दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में 14 दिन की जेल की सजा दी गई है।

दरअसल ये पूरा मामला अमेठी (Amethi) जिला के मुंशीगंज कोतवाली क्षेत्र के भूसियावां गाँव का है। गाँव के ही पास हाईवे किनारे झाड़ियों में अर्धनग्न स्थिति में विजय कुमार उर्फ रोहित सिंह का शव मिला था। शव बरामद होने के बाद से मामले की तहकीकात में जुटी पुलिस ने बुधवार को हत्याकांड का खुलासा कर दिया। मामले की जाँच में जुटी मुंशीगंज पुलिस को मंगलवार रात महत्वपूर्ण सूचना मिली। सूचना की सच्चाई जाँचने के बाद पुलिस ने रघुनाथपुर निवासी आलोक कुमार पांडेय व लोहंगपुर निवासी प्रेमजी दुबे को मंगलवार रात मुंशीगंज चौराहे के समीप से गिरफ्तार कर लिया।

जानिए क्यों हुई विजय की हत्या

एसएचओ शिवाकांत पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस पूछताछ में आलोक कुमार पांडेय और प्रेमजी दुबे ने नशे का ओवरडोज देना कबूल कर लिया है। दोनों आरोपियों ने बताया कि विजय कुमार के साथ मिलकर तीनों पिछले दो वर्षों से स्मैक का नशा कर रहे थे। ऐसे में करीब डेढ़ माह पहले प्रेमजी ने एविल व स्मैक का कट मिलाकर इंजेक्शन तैयार किया था। तब विजय ने उससे छीन लिया था। इस पर दोनों के बीच गाली गलौज हुई थी। ऐसा ही विजय ने एक बार आलोक के साथ किया था। आरोपी प्रेमजी पुलिस को यह भी बताया कि विजय ने उसकी पत्नी व बेटी के बारे में अभद्र बात कही थी। बेटी व पत्नी पर अभद्र टिप्पणी के बाद से ही प्रेमजी और आलोक विजय को मारने की प्लानिंग कर रहे थे।

14 दिन की न्यायिक हिरासत में आरोपी

इधर दोनों आरोपी विजय को मारने की प्लानिंग बना ही रहे थे कि विजय ने आरोपियों का काम आसान कर दिया। दरअसल विजय जब भी रायबरेली से आता था तो प्रेमजी और आलोक को नशे के लिए बुलाता था। तकरीबन हर बार वह रायबरेली से ही एविल व स्मैक का कट बनाकर लाता था। रविवार को भी विजय ही एविल व स्मैक लेकर आया था। बताया कि पहले विजय को तीन एमएल की डोज दी। थोड़ी देर बाद कुछ नशा होने पर उन लोगों ने विजय को पांच एमएल की दूसरी डोज दे दी। कुछ देर बाद ही ओवर डोज होने के चलते वह तड़पने लगा। इसके बाद दोनों ने यह सोचकर उसका पैर बांध दिया कि वह कहीं भाग नहीं सके। तड़पने के कुछ देर बाद वह अर्द्धविक्षिप्त हो गया।

आरोपियों का कबूलनामा

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया है कि दोनों ने पहले विजय के मरने का इंतजार किया इसके बाद प्रेमजी ने अपने मोबाइल में उसकी फोटो खींची फिर विजय के मोबाइल से उसकी बहन को फोन कर बताया कि मुंशीगंज संजय गांधी अस्पताल के सामने पीजा हट पर विजय बैठा है और घर जाने की स्थिति में नहीं है। इसके बाद प्रेमजी ने पकड़े जाने के डर से अपना मोबाइल फोन वहीं झाड़ियों के बीच फेंक दिया था।

वहीं आरोपियों के कबूलनामा के बाद पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर घटना स्थल के समीप स्थित झांड़ियों के बीच से 10 एमएल की एक एविल की शीशी, एक प्लास्टिक की डिस्पोजल और प्रेमजी का मोबाइल बरामद कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने दोनों आरोपियों को सीजेएम न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

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