हरियाणा के पानीपत में बिजली निगम के समालखा कार्यालय में बुधवार को डिप्टी सुपरिटेंडेंट चक्रवर्ती शर्मा (50) ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। बिजली निगम में हुए 63 लाख रुपए के गबन के मामले में उनका नाम आने के बाद से वो परेशान थे। बुधवार को आम दिनों की तरह कार्यालय आए और जहर खा लिया। उनको साथियों ने उपचार के अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी मौत हो गई। उन्होंने पानीपत एसपी के नाम 4 पेज का सुसाइड नोट लिख कर खुद को बेगुनाह बताया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस बीच मृतक के परिजनों ने कहा हे कि कुछ अधिकारी उनको बेवजह फंसाने में लगे थे। चक्रवर्ती शर्मा करनाल के हांसी रोड पर शिवाजी कॉलोनी का रहने वाला था। वर्तमान में उसकी डयूटी समालाखा के बिजली निगम कार्यालय में थी। वह हर रोज की तरह सुबह कार्यालय में पहुंचा। वहां 10 बजे के करीब उसने अपने कुछ साथियों की मौजूदगी में सल्फाश की गोली खा ली। उसने खुद को बेकसूर बताया। सेवानिवृत्त कर्मचारियों की ग्रेच्युटी और भत्तों के फर्जी भुगतान के मामले में करीब 63 लाख रुपए का गबन की जांच पानीपत CIA 2 द्वारा की जा रही है। पिछले दिनों पुलिस ने यमुनानगर में बिलासपुर XEN नीरज कुमार और बिलासपुर के अकाउंटेंट योगेश लांबा को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। उनसे हुई पूछताछ में डिप्टी सुपरिटेंडेंट चक्रवर्ती शर्मा का नाम आया था। गिरफ्तारी को लेकर वह भयभीत था। चक्रवर्ती शर्मा की मौत के बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में रखा गया है। पुलिस ने उसके द्वारा लिखे गए चार पेज के सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।