
नई दिल्ली: एक नए अध्ययन से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन के कारण भविष्य में सूखा अधिक बार पड़ेगा और गर्मी से संबंधित मौतें बढ़ने की संभावना है। इसमें कहा गया है कि पिछले 20 वर्षों में घातक बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अध्ययन का विवरण नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। स्विट्जरलैंड के ईटीएच ज्यूरिख के शोधकर्ताओं ने कहा कि आंधी-तूफान का असर यूरोप पर ज्यादा होगा और आने वाले दिनों में आंधी-तूफान आम हो जाएगा। उन्होंने 2013 से दुनिया भर के 47 देशों के 748 शहरों से तापमान डेटा एकत्र किया है।कारण भविष्य में सूखा अधिक बार पड़ेगा और गर्मी से संबंधित मौतें बढ़ने की संभावना है। इसमें कहा गया है कि पिछले 20 वर्षों में घातक बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अध्ययन का विवरण नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। स्विट्जरलैंड के ईटीएच ज्यूरिख के शोधकर्ताओं ने कहा कि आंधी-तूफान का असर यूरोप पर ज्यादा होगा और आने वाले दिनों में आंधी-तूफान आम हो जाएगा। उन्होंने 2013 से दुनिया भर के 47 देशों के 748 शहरों से तापमान डेटा एकत्र किया है।