छत्तीसगढ़

युवकों ने परिवार नियोजन के स्थाई साधन पुरुष नसबंदी को चुना

Nilmani Pal
24 Nov 2022 11:10 AM GMT
युवकों ने परिवार नियोजन के स्थाई साधन पुरुष नसबंदी को चुना
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रायपुर। परिवार नियोजन में अपनी भागीदारी निभाते हुए पुरुष अब पत्नी के बजाए खुद से आगे आकर परिवार को सीमित रखने के लिये परिवार नियोजन के स्थाई साधन पुरुष नसबंदी को अपना रहे हैं। ऐसे ही उदाहरण जिला रायपुर जिले के विकासखंड आरंग में देखने को मिला जहां एक दिन में तीन युवकों ने एक अपनी नसबंदी करवाई।

संतोष साहू (बदला हुआ नाम) बताते हैं: "मेरे 2 बच्चे हैं और मैं अब और बच्चे नहीं चाहता हूं। इसलिए जब पुरुष नसबंदी पखवाड़े के तहत घर घर संपर्क अभियान में मेरे घर स्वास्थ्य कार्यकर्ता आए तो उन्होंने मुझे पुरुष नसबंदी के स्थाई साधन के लिए समझाया तो मुझे अपने परिवार को सीमित रखने के लिए पुरुष नसबंदी उचित लगी और मैंने यह विकल्प चुना। परामर्श के दौरान मैंने पूछा कि महिला नसबंदी ज्यादा बेहतर है या पुरुष नसबंदी, तब परामर्शदाता ने पुरुष नसबंदी को आसान प्रक्रिया बताया जोकि केवल 5 मिनट में हो जाती है, जबकि महिला नसबंदी में एक जटिल प्रक्रिया है। जिसके बाद महिला को सामान्य स्थिति तक आने में एक महीना तक लग जाता है। इसकी तुलना में पुरुष 1 घंटे बाद अपने नियमित कार्य कर सकता है। ऑपरेशन में बस चींटी के काटने जितना ही एहसास होता है।"

आरंग विकासखंड की बीईटीओ सविता साहू ने बताया: "जिले में नसबंदी पखवाड़ा कार्यक्रम 21 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलाया जाएगा। यह दो चरणों में चलाया जा रहा है। दो चरणों में आयोजित पखवाड़ा का प्रथम चरण संपर्क पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें घर-घर जाकर लोगों को परिवार नियोजन एवं पुरुष नसबंदी के फायदे बताए जा रहे है।"

वहीं खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. कृपा शंकर राय ने बताया: '' पुरुष नसबंदी पखवाड़ा में परिवार नियोजन एवं पुरूष नसबंदी के फायदे बताए जा रहे है। नसबंदी के प्रति पुरुषों की उदासीनता की सबसे बड़ी वजह इससे जुड़ी भ्रांतियां हैं। लेकिन पखबाड़े में इन अफवाहों और मिथकों को पूरी तरह से दूर किया जा रहा है । पुरुष नसबंदी से ना ही शारीरिक कमजोरी होती है और ना ही पुरुषत्व का क्षय होता है। दंपती जब भी चाहे इसे अपना सकते हैं। इसके अतिरिक्त परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों (आइयूसीडी , कंडोम, अंतरा इंजेक्शन, माला (एन) की गोलियां, छाया) को अपनाने में पहले की अपेक्षा समुदाय का रुझान बढ़ा है।"

डॉ.संजय नवल सर्जन कहते है ''नसबंदी में अब पुरुषों का सहयोग भी मिल रहा है। पुरुष नसबंदी जन्म दर को रोकने का एक स्थायी, प्रभावी और सुविधाजनक उपाय है। यह यौन जीवन को बेहतर बनाता है। सहवास के दौरान गर्भ ठहरने की चिंता को दूर करता है। पुरुष नसबंदी एक आसन एवं सामान्य प्रक्रिया है जिसे जन्म दर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। यह नसबंदी शासकीय चिकित्सालयों में निशुल्क उपलब्ध है। पुरुषों के अंडकोष में एक छोटा सा ट्यूब होता है जो अंडकोष से शुक्राणु को मूत्रमार्ग तक ले जाने का कार्य करता है। इस मार्ग को रोकने की प्रक्रिया को ही पुरुष नसबंदी कहते है। पुरुष नसबंदी और स्त्री नसबंदी में किसी एक को चुनना हो, तो पुरुष नसबंदी को चुनना बेहतर होगा। पुरुष नसबंदी का आसान है। इसमें अस्पताल में भर्ती होने की भी जरूरत नहीं पड़ती। नसबंदी के बाद पुरुष चलकर भी घर जा सकता है।"


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