अपनी जान से खिलवाड़ कर रहे युवक, दंतैल हाथी को उकसाते दिखे
कांकेर। छत्तीसगढ़ के ज्यादातर हिस्से पिछले कुछ सालों से जगली हाथियों का आतंक झेल रहे हैं। जनहानि की घटनाएं भी आए दिन सामने आ रही हैं। लेकिन फिर भी युवा इन जंगली बिगड़ैल-दंतैल हाथियों के करीब जाकर उनके साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जबकि सरकार ने इस बाबत कानून भी बना रखा है। जिसके मुताबिक जान बूझकर हाथियों के करीब जाना, उन्हें छेड़ना या उकसाना दंडनीय अपराध है। लेकिन वन अमले ने शायद इस कानून का पालन कराने से पल्ला झाड़ लिया है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि कांकेर जिले के चारामा वन परिक्षेत्र में घूम रहे दंतैल हाथी के साथ ग्रामीणों के द्वारा खिलवाड़ करने का एक खतरनाक वीडियो सामने आया है।
वीडियो में दो युवा हाथी के इतने करीब पहुंचकर उसे उकसा रहे हैं कि कुछ भी संभव है। इस वीडियो को देखने के बाद वन विभाग की कार्यप्रणाली और सक्रियता पर सवाल खड़ा होना लाजिमी है। दरअसल चारामा क्षेत्र के कसावाही गांव के नजदीक दो दिनों से दंतैल हाथी विचरण कर रहा है। जिसने कई ग्रामीणों के खेतों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है, हाथी को खदेड़ने के प्रयास में ग्रामीण उसके काफी नजदीक तक पहुँच जा रहे हैं।
इस बीच हाथी का एक ग्रामीण को दौड़ाने का वीडियो भी सामने आया है। जैसे ही ग्रामीण हाथी के नजदीक पहुंचता है, हाथी उसके पीछे दौड़ने लगता है, खुशकिस्मती रही कि ग्रामीण हाथी की चपेट में नहीं आया। पूरे मामले में वन विभाग की गम्भीर लापरवाही सामने आई है, एक बीट गार्ड के भरोसे ग्रामीणों को कंट्रोल करने और हाथी का लोकेशन देखने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।