कोरबा। बालको थाना क्षेत्र के गांव बेलाकछार में रहने वाले 23 वर्षीय युवक ने खुदकुशी कर ली. युवक की खुदकुशी का कारण अज्ञात है. लेकिन युवक के बूढ़े नाना ने जो आपबीती बताई वो किसी के भी दिल को कंपकपा देगी.लेकिन इस घटना ने एक बात साफ कर दी है कि आजकल नौजवान थोड़ी सी ही परेशानी सामने आने पर आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं. वो आत्मघाती कदम उठाने से पहले ये नहीं सोचते कि परिवार के कई लोगों की उम्मीदें उनसे जुड़ी हुई है.
मृतक के नाना सुरेंद्र सिंह ने बताया कि "पोते इंद्रजीत ने 1 दिन पहले मुझसे कहा था कि कर्ज बहुत हो गया है. जिसे चुकाने के लिए मैं बहुत परेशान हूं. जिस पर मैंने उससे कहा कि मुझे 1100 रुपए महीना पेंशन मिलता है. 2 महीने के हिसाब से 2200 रुपये बैंक खाते में हैं. उसे निकाल लो, दोनों मिलकर कमाते हैं. जितना भी कर्ज होगा चुका देंगे फिर भी पैसे कम पड़े तो मैं खेत बेच दूंगा. इसके बाद वह देर रात को घर आया. शायद खाना भी नहीं खाया था. फिर मैं जब सुबह उठा तब बरामदे में कुछ लटका हुआ देखा. पहले तो लगा कि वह भालू या कोई जानवर है. लेकिन जब टॉर्च जला कर देखा तो फंदे पर पोता लटक रहा था. मेरे तो होश उड़ गए, मैंने झट से उसे पकड़ लिया. लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद मैंने पुलिस को सूचना दी".