छत्तीसगढ़

तुझे भी हमारी तमन्ना थी ज़ालिम, बताते-बताते बहुत देर कर दी

Nilmani Pal
9 Jun 2023 5:45 AM GMT
तुझे भी हमारी तमन्ना थी ज़ालिम, बताते-बताते बहुत देर कर दी
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ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

पुलिस ने आनलाइन सट्टे के बड़े सटोरिए मन्नू नत्थानी और उसके भाई लालू नत्थानी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस के टारगेट में काफी दिनों से था ही पुलिस इसे बड़ी खामोशी से पकडऩा चाहती थी। अब हिरासत में मन्नू और उसका भाई लालू गाना गा रहे है तुझे भी हमारी तमन्ना थी ज़ालिम, बताते -बताते बहुत देर कर दी। हुजूर आते-आते बहुत देर कर दी । पुलिस ने मन्नू नत्थानी के अशोका रतन स्थित घर पर दबिश दी। मन्नू आनलाइन सट्टा के साथ एमसीएक्स का कारोबार भी करता है। करोड़ों रुपए के क्रिकेट सट्टा संचालन के मामले में के साथ पहले भी मन्नू नत्थानी पर कई और मामले दर्ज है। जिनमें अपहरण, जान से मारने की धमकी और 70 लाख की प्रापर्टी के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के आरोप में पुलिस कार्रवाई वाही कर चुकी है। प्रदेश में शराब, गांजा, अफीम, चरम के अवैध कारोबारियों को पकडऩे के बाद भी गोरखधंधा रूक नहीं रहा है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि मन्नू नत्थानी और लालू तो गुर्गे है उनके आका को पकड़ो तो जाने। सट्टा तो अब सरकारी उपक्रम की तरह चल रहा है क्योंकि इसमें तो छुटभैया नेता ही फाइनेंसर बन गए हैं।

पसंदीदा को हराने-जीताने के लिए पैगालय में बहस...

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की बात करें तो लगभग चार से पांच महीने शेष बचें हैं। साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में भी सुगबुगाहट तेज हो गई है। पब्लिक भी खुश है कि कुछ दिन के लिए सही फिर उनके दिन फिरने वाले हंै। बिना मांगे मोती मिलने वाली है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि सब माया का कमाल है भैया, किसको क्या मिलेगा और किसको क्या नहीं मिलेगा पर हमें तो वो मिलते रहना चाहिए। तुम्हारी तैयारी में अपने हिस्से का माल मिलते रहे, क्योंकि हम तो रोज चुनाव करते रहेंगे और अपने पसंदीदा ब्रांड के साथ पैगालय में सदन की तरह भी करते रहेंगे बहस।

पटवारियों के ताकत को फेल करने एस्मा

पटवारियों की हड़ताल पर राज्य सरकार ने एस्मा लगा दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश और नाराजगी के बाद गृह विभाग ने एस्मा लगाने का आदेश जारी किया। एक दिन पहले ही राजस्व विभाग ने पटवारियों की आइडी को ब्लाक कर दिया था। यह आदेश सात जून से प्रभावशील है और आगामी तीन महीने के लिए प्रभावशील रहेगा। पटवारी संघ की बैठक में निर्णय लिया गया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। राजस्व पटवारी संघ में खुसुर-फुसर है कि एस्मा लगाने के साथ वो 8 मांगों को भी पूरा कर देते तो एस्मांग हो जाता।

सत्यापन में बहुत सारे अभ्यर्थी अपात्र

स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों के लिए व्याख्याता, शिक्षक और सहायक शिक्षकों की संविदा भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गए थे। आवेदन सत्यापन के बहुत सारे अभ्यर्थी अपात्र घोषित हो गए, क्योंकि उन्होंने हिंदी माध्यम से पढ़ाई की है। किसी ने जिस पद के लिए आवेदन भरा है, उसके समकक्ष उसके पास डिग्री नहीं है। रोजगार कार्यालय में किसी का पंजीयन खत्म हो गया है। किसी का बीएड और एमए पूरा नहीं है, तो कोई पूरे डाक्यूमेंट्स नहीं लगाया है। इस तरह से अलग-अलग विषयों में 1628 अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित किया गया है। आवेदकों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में तो छत्तीसगढिय़ा बोली में भी उत्तर देने पर 30 बोनस अंक देना चाहिए इस पर परीक्षक ने विचार ही नहीं किया। आत्मानंद में आवेदन करने वाले अपात्र अभ्यर्थियों में खुसुर-फुसर है कि आत्मानंद वालों आत्मा की तो सुन लो, वो तुम्हारी भी सुनेगा।

हाथियों के मूवमेंट की हाइटेक मानिटरिंग

जंगलों में हाथियों के मूवमेंट की हाइटेक मानिटरिंग शुरू कर दी गई है। इसके लिए एआई आधारित 'छत्तीसगढ़ एलीफेंट ट्रैकिंग एंड अलर्ट एपÓ विकसित किया गया है। पिछले 3 महिनों से उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व में इस एप का उपयोग किया जा रहा है। 10 किलोमीटर के इलाके में हाथियों के रियल टाइम मूवमेंट का अलर्ट ग्रामीणों केे मोबाइल पर सफलतापूर्वक भेजा रहा है। इस एप में ग्रामीणों के मोबाइल नंबर और जीपीएस लोकेशन का पंजीयन किया जाता है। जब एलीफैंट ट्रैकर्स द्वारा हाथियों के मूवमेंट का इनपुट एप पर दर्ज किया जाता है, तो एप द्वारा स्वचालित रूप से ग्रामीणों के मोबाइल पर अलर्ट जाता है। जनता में खुसुर-फुसर है कि हाथियों से अलर्ट करने का एप तो बन गया अब सरकार को सफेद हाथियों की मानिटरिंग करने के लिए भी एप बना देना चाहिए ?

छत्तीसगढ़ के शिक्षण संस्थानों की खुली पोल

देशभर के शिक्षण संस्थानों को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एनआइआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) की रैंकिंग ने छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। प्रदेश के एक भी कालेज व विश्वविद्यालय को टाप-100 की सूची तो दूर 150 तक की सूची में जगह न मिलना दुर्भाग्यजनक माना जा रहा है।

पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर को रैंक बैंड में 151 से 200 की कैटेगरी में शामिल किया गया है। राज्य के इंजीनियरिंग कालेजों का प्रदर्शन भी बेहतर नहीं है। देश में सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल करना यहां कि शिक्षा गुणवत्ता को दर्शााता है, जिससे केंद्रीय स्तर पर संस्थान को योजनाओं के तहत फंड मुहैया कराने समेत कई तरह की सुविधाएं भी मिलती हैं। जनता में खुसर-फुसुर है कि जितने भी कालेज रैकिंग से बाहर है उनको आत्मानंद कालेज में तब्दील कर देना चाहिए

मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड दिखा दो भैया

केंद्र सरकार की रिपोर्ट कार्ड लेकर जनता के बीच पहुंच रहे केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड दिखाने की मांग की है। मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड तो हमने देखा नहीं, हमें भी दिखाएं कि उन्होंने क्या किया है? पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस का भाव कितना बढ़ा, अनाज और तेल की कीमत कितने बढ़़े? भाजपा नेता रिपोर्ट कार्ड में इसकी जानकारी जरूर दें। रिपोर्ट कार्ड में लाकडाउन, नोटबंदी और 2000 का नोट लौटाने का फरमान है। चिप वाला नोट कहां है, अभी तक उसे खोज रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको कार्यकर्ताओं को कुछ न कुछ काम तो देना ही पड़ेगा। कार्यकर्ता भी बेमन से काम कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में इनके लिए कोई गुंजाइश नहीं है। किसान, मजदूर से लेकर व्यापारी तक, हमने सभी की आय में वृद्धि की है । शराबबंदी करने के लिए निर्णय लेने में कितना समय लगता है, लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से चाहता हूं कि नशाबंदी होनी चाहिए। जनता में खुसुर-फुसर है कि अब तो रिपोर्ट-रिपोर्ट खेलने का दिन आ चुका है। कौन किसका देखेगा यह किसी को पता नहीं है।

राजधानी बना डुप्लीकेट उत्पाद का गढ़

ब्रांडेड साबुन, डिओ, शैम्पू, कपड़े के शौकीनों को डुप्लीकेट माल खपाने का गिरोह पूरे मार्केट में काम कर रहा है। देवेंद्र नगर थाना क्षेत्र के सिटी सेंटर माल के सामने नाइक, लिवाइस, अंडर आर्मर कंपनी के डुप्लीकेट कपड़े बेचने वाले कारोबारी हरेश आहूजा पर कार्रवाई की गई। कपड़ा कारोबारी पर कापीराइट एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। पुलिस ने शिकायत मिलने पर कारोबारी हरेश की दुकान पर दबिश दी और बड़ी मात्रा में डुप्लीकेट कपड़े जब्त किए गए। जनता में खुसुर फुसुर है कि राजधानी में नेता भी डुप्लीकेट घूम रहे हैं उनको कौन पकड़ेगा।

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