छत्तीसगढ़

वाह रे... ट्रैफिक और परिवहन वालों, आपको वाकई कुछ नहीं दिखाई दे रहा

Nilmani Pal
13 Jun 2023 5:41 AM GMT
वाह रे... ट्रैफिक और परिवहन वालों, आपको वाकई कुछ नहीं दिखाई दे रहा
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ये है गुलाबी चश्मे का कमाल, बस मालिकों को अवैध पार्किंग का भी दे दिया लाइसेंस

वाहन मालिकों की दबंगई के आगे दोनों विभाग नतमस्तक

एक्सप्रेस-वे बना डैंजर जोन दुर्घटना नहीं हुई तो लूट पक्की

शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं, लगता है बड़ी दुर्घटना का इंतजार

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर । राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था भगवान भरोसे चल रहा है। बिगड़े ट्रैफिक को सुधारने का किसी के पास भी समय नहीं है। बस अड्डा में बसों की पार्किंग के बजाय दबंग आपरेटर केनाल रोड को स्वयंभू बस पार्किग बना लिया है। केनाल रोड में हो रहे पार्किंग की कई बार शिकायत करने के बाद भी आरटीओ और ट्रैफिक विभाग किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है और मौन दर्शक बनकर तमाशा देख रहा है। केनाल रोड को बने बमुश्किल 5-6 साल हुए है। पंडरी में बस स्टैंड था तब से यहां बसों की पार्किंग का सिलसिला बदस्तूर जारी है। इस दौरान कई बार बसों की टक्कर भी हुई लेकिन पार्किंग ज्यों का त्यों बना हुआ है। उसे हटाने की विभाग ने कभी जरूरत महसूस नहीं की। इसी तरह ट्रैफिक दबाव कम करने के लिए आधे अधूरे एक्सप्रेस-वे पर लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है। एक्सप्रेस-वे मुख्यमार्ग व सर्विस रोड की न तो स्ट्रीट लाइट जलती है और न ही सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम है। एक्सप्रेस-वे में लगातार दुर्घटना के साथ वाहन चालकों से मारपीट कर लूट की घटनाएं हो रही है। रायपुर -धमतरी छोटीलाइन की जमीन पर रेलवे स्टेशन से लेकर शदाणी दरबार तक करीब तीन सौ करोड़ की लागत से एक्सप्रेस-वे का निर्माण हुआ है। मई 2019 में पहली ही बारिश में एक्सप्रेस-वे की एप्रोच सडक़ धसक गई थी। इसके बाद जांच सड़क़ नए सिरे से बनाया गया लेकिन लाइट लगाना भूल गए जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है।

केनाल रोड पर बसों की अवैध

पार्किंग, अनहोनी का इंतजार

कैनाल एक्सप्रेस हाईवे पर लगातार अवैध परिवहन की शिकायत पहले से प्राप्त होती थी अब तो प्राइवेट बस वालों ने अपने एक अलग ही बस स्टैंड बना लिया है रात के समय कैनल रोड पर जहां पर रोड डिवाइडर भी नहीं है वहां पर एक प्राइवेट कंपनी की रोडवेज की बसें सारी रात हमेशा खड़े रहती है इंद्रावती कॉलोनी राजा तालाब के शांति नगर के और शंकर नगर के एक आम नागरिक ने जनता से रिश्ता प्रेस दफ्तर में वीडियो जारी करके बताया कि निजी बस वालों की दादागिरी हद हो गई है।

एक्सप्रेस वे में किसी को खड़े रहने की इजाजत दी है पार्किंग की बात तो दूर वहां पर काम के प्राइवेट टूरिस्ट बस बेरोकटोक बगैर चालान कटे और बगैर शासकीय परमिशन के खड़े रहती है। आम नागरिकों ने पुलिस प्रशासन से निवेदन किया है कि यहां बस पार्किंग का स्थान जल्द से जल्द हटाया जाए आम आदमी को रात में अंधेरा होने कारण दुर्घटना की संभावना बनती है और रात में गाडिय़ां इन बस उसके आसपास होने के कारण टकराना आम बात हो गई है।

जनता से रिश्ता ने आम नागरिकों की मांग पर जनहित में अपने पिछले अंक में समाचार प्रकाशित किया था उस व?्त लगभग चार बस खड़ी थी। लेकिन अब लगभग आधा दर्जन से ज्यादा बसें खड़ी उस रास्ते पर है। एक ओर आम जनता को पेपर, लाइसेंस और गलत पार्किंग के नाम से परेशान करने वाले यातायात पुलिस अधिकारियों या अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को कैसे नजर नहीं आता समझ से परे है। स्ट्रीट लाइट भी कहीं जल रही है और कहीं नहीं जल रही है। ऐसे में प्रशासन को क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार है ? जनता से रिश्ता के इस खबर को संज्ञान में लेकर तत्काल इस मामलें में आपराधिक कार्रवाई करनी चाहिए और आम जनता को होने वाले संभावित जानलेवा अनहोनी से बचाना चाहिए।

रोज इस रोड की दुर्दशा को देखते हुए मंत्री और अधिकारी निकलते है पर कार्रवाई नहीं करते, क्या हादसे का इंतजार है?हाइवे और केनाल रोड में भारी भरकम वाहनों की अवैध पार्किंग से बड़ी दुर्घटना की आशंका परिवहन और पुलिस विभाग के साथ निगम के अधिकारी भी नींद में राजधानी में केनाल रोड में भारी वाहनों की पार्किंग खत्म नहीं हो रही है। यही हाल टाटीबंद, रिंग रोड नं-1 , रिंग रोड नं. 2, वीआईपी रोड, मोवा-सड्डू, ओव्हरब्रिज के आसपास और सडक़ किनारे वाहनों के खड़े होने से अक्सर हादसे होते रहते हैं। इसके बाद भी न तो पुलिस वाहनों की पार्किंग बंद करा पा रही है और ना ही राजमार्ग प्राधिकरण। हाईवे पर सडक़ किनारे बड़ी संख्या में भारी वाहन खड़े हो रहे हैं। इस हाईवे से रोजाना मुख्यमंत्री और मंत्रियों- अधिकारियों के काफिले के साथ वीवीआईपी का आना-जाना होता है। इसके बाद भी हाईवे किनारे खड़े होने वाले वाहनों की पार्किंग पर रोक नहीं लगाई जा रही है। जानकारों के मुताबिक, टोल प्लाजा से लेकर कुम्हारी के पांच किलोमीटर का क्षेत्र दुर्घटना बाहुल्य है। ज्यादातर बड़ी दुर्घटनाएं इसी क्षेत्र में होती हैं। कहीं पर पार्किंग की जगह न होना सबसे बड़ा कारण है। क्षेत्र में छोटे और मध्यम कई ढाबे खुले हुए हैं। जहां पर चालक सडक़़ किनारे वाहन खड़े करके खाना आदि खाते हैं। हाईवे पर बराबर पेट्रोलिंग होती है। पर अवैध पार्किंग की समस्या के समाधान का समाधान ने तो सरकार उठा रही और न क्षेत्रीय परिवहन प्रशासन कड़ी और ठोस कार्रवाई करने के लिए मन बना रही है।

एक वजह यह भी मान रहे है अधिकतर गाडिय़ों के मालिक छुटभैया नेता और गुर्गों की होती है, यदि आम जनता की गाड़ी होती तो कब का उठाकर गाड़ी को थाने खड़े करवा देते। जिसके फलस्वरूप रोज दुर्घटना के शिकार होकर काल के गाल में समा रहे है। केनाल रोड के बाजू सूर्य नमस्कार की प्रतिमा भी लगी हुई है जिसे बस के पीछे छुपकर नशा करने वाले लोग क्षतिग्रस्त कर दिए थे, अब फिर वही स्थिति हो गई है। नेशनल हाईवे रोड में वाहनों के भारी दबाव के कारण इस सडक़ को फोरलेन से सिक्स लेन किया गया। सडक़ की चौड़ाई बढ़ाई गई. लेकिन, सडक़ की बढ़ी चौड़ाई आम लोगों के लिए किसी काम की नहीं है। हाईवे के दोनों किनारों को अतिक्रमण कर पार्किंग स्थल बना दिया गया है। कहीं ट्रक, बस व हाईवा तो कहीं दो पहिया वाहन पार्क किए गए हैं। ये वाहन अक्सर दिनभर ऐसे ही खड़े रहते हैं सुबह से शाम तक। इससे कई जगह जाम-सा लग जाता है। यह सब खुलेआम हो रहा है। सडक़ किनारे वाहनों के खड़े होने से अक्सर हादसे भी होते हैं। इसके बाद भी न तो पुलिस वाहनों की पार्किंग बंद करा पा रही है और ना ही राजमार्ग प्राधिकरण. वहीं, एनएचएआई प्रशासन अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने का दावा कर रहा है। एनएच से रोजाना वीआईपी का आना-जाना होता है. इसके बाद भी हाईवे किनारे खड़े होने वाले वाहनों की पार्किंग पर रोक नहीं लगाई जा रही है।

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