छत्तीसगढ़

वर्ल्ड अर्थराइटिस डे: रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल मे होती है अर्थराइटिस मरीजों की सुविधाजनक एवं अत्याधुनिक सर्जरी

Nilmani Pal
12 Oct 2022 11:24 AM GMT
वर्ल्ड अर्थराइटिस डे: रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल मे होती है अर्थराइटिस मरीजों की सुविधाजनक एवं अत्याधुनिक सर्जरी
x

रायपुर। अर्थराइटिस या गठिया रोग, सामान्यत: हमारे शरीर की रक्षात्मक प्रणाली में होने वाली अनियमितता के कारण शरीर का हडि्डयों के जोड़ो के घिसने के कारण होता है, इसके मुख्य लक्षणों में, घुटनों में तेज दर्द, सूजन, लालिमा, चलने-फिरने की क्षमता मे कमी होती है। अर्थराइटिस के मरीजों की संख्या, निरंतर बढ़ती जा रही है। इनमें जागरूकता लाने व स्वस्थ्य रहने के लिये, हर वर्ष 12 अक्टूबर को विश्व गठिया रोग दिवस के रूप मे मनाया जाता है।

अर्थराइटिस के रोग का समय पर इलाज किये जाने पर, काफी हद तक परेशानियों से बचा जा सकता है। आर्थोपेडिक डाक्टर्स अर्थराइटिस रोग की जांच के लिये एक्स-रे, सोनोग्राफी या एम आर आई टेस्ट कराकर बीमारी की गंभीरता को समझते है। इसके बाद, आवश्यकतानुसार दवाइयों, एक्सरसाइज या फिर जोड़ो की सर्जरी द्वारा मरीज का इलाज किया जाता है। अर्थराइटिस के इलाज के लिये लाइफ स्टाइल में परिवर्तन के साथ ही कुछ प्रकार के भोजन का परहेज भी किया जाना जरूरी होता है। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर मे विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ, विशेषज्ञ आर्थोपेडिस डाक्टर्स की टीम अर्थराइटिस के इलाज व सर्जरी मे पूर्ण रूप से दक्षता प्राप्त है। आर्थोपेडिक विभाग मे डॉ. धावलिया एच.ओ.डी. व डॉ. अंकुर सिंघल ने अब तक सैकड़ो मरीजो की ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी कर, उन्हे अर्थराइटिस की परेशानियों से छुटकारा दिला चुके है। इस संदर्भ मे, डॉ. अंकुर सिंघल, हड्डी व ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन द्वारा अर्थराइटिस की सर्जरी के लिये ईजाद की गई MCT (मिनिमल कट टेकनीक), खास तौर पर उल्लेखनीय है। इस पद्धति मे, सर्जरी में छोटा चीरा लगाकर मसल्स व बोन्स को भी कम काटा जाता है, इसमें आपरेशन के 3 घंटे बाद ही मरीज को चलाया जाता है, एवं मरीज को कम रक्तस्त्राव, दवाइयों का कम दुष्प्रभाव, हाॅस्पिटल से जल्दी छुट्टी व उसको कम तनाव होता है।

रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में, विश्व अर्थराइटिस दिवस के अवसर पर, अर्थराइटिस का सफलता पूर्वक इलाज व सर्जरी करवा चुके मरीजो को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया - जिसमें 100 से अधिक स्वस्थ्य हो चुके लोगों ने इस आयोजन में भाग लिया। उपस्थित लोगो ने अर्थराइटिस की बीमारी में, इलाज के पहले होनेवाली तकलीफों एवं सर्जरी के बाद, उनकी जीवन शैली व स्वास्थ्य में हुये बेहतर परिवर्तन के अनुभवों को शेयर किया।

विश्व अर्थराइटिस दिवस के इस विशेष आयोजन मे, रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के मेडिकल व मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप दवे, आर्थोपेडिक विभाग के डॉ. धावलिया, एच ओ डी तथा हड्डी रोग प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. अंकुर सिंघल सहित हॉस्पिटल के सभी विभागों में विशेषज्ञ डॉक्टर्स व पूरा स्टाफ उपस्थित रहा।

Next Story