छत्तीसगढ़

न्यायिक एवं पुलिस अफसरों के संयुक्त तत्वावधान में हुआ कार्यशाला का आयोज

Nilmani Pal
12 Sep 2022 3:21 AM GMT
न्यायिक एवं पुलिस अफसरों के संयुक्त तत्वावधान में हुआ कार्यशाला का आयोज
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कोरबा। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के द्वारा जिले में पदभार ग्रहण करने के पश्चात पुलिसिंग व्यवस्था को मजबूत करने हेतु नए नए प्रयोग किए जा रहे हैं । इसी दिशा में पुलिस अधिकारियों द्वारा अपराधों के विवेचना में की वाली तकनीकी एवं कानूनी त्रुटियों को दूर करने हेतु अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों के मध्य एक कार्यशाला का आयोजन किया गया ।

एनटीपीसी दर्री ईडीसी हॉस्टल में आयोजित इस कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के साथ विशेष न्यायाधीश संघपुष्पा भतपहरी , विशेष न्यायाधीश एफटीसी विक्रम प्रताप चंद्रा , मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कृष्ण कुमार सूर्यवंशी मुख्य अतिथि एवम वक्ता के रूप में उपस्थित थे ।

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने कहा कि बदलते समय के साथ अपराधियों ने अपराध का तरीका बदला है , उसी प्रकार कानूनों में भी संशोधन हो रहे हैं , किंतु पुलिस अधिकारीगण कानून व्यवस्था सहित अन्य व्यस्तताओं के कारण इन संशोधनों से वाकिफ नहीं रह पाते और उनसे विवेचना में कई प्रकार की त्रुटियां हो जाती हैं , जिसका लाभ अपराधियों को मिलता है । इन्ही त्रुटियों को दूर करने के लिए समय-समय पर न्यायिक अधिकारियों के साथ कार्यशाला का आयोजन किया जाना चाहिए ,ताकि गुणवत्तापूर्ण विवेचना एवं दोषी को दंडित किया जाना सुनिश्चित हो सके ।

विशेष न्यायाधीश संघपुष्पा भतपहरी के द्वारा नारकोटिक्स एक्ट के मामले में विवेचकों द्वारा की जाने वाली त्रुटियां एवं उनमें सुधार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई , विशेष न्यायाधीश एफटीसी विक्रम प्रताप चंद्रा के द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के ऊपर घटित अपराध तथा पॉक्सो एक्ट के मामलों की विवेचना में होने वाले त्रुटियां एवं सुधार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई , मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कृष्ण कुमार सूर्यवंशी द्वारा विवेचना एवं अनुसंधान में होने सामान्य कमियों को दूर करने के संबंध में जानकारियां दी गई । संतोष सिंह ने कहा कि आज के कार्यशाला से निश्चित तौर पर विवेचना अधिकारियों को लाभ मिलेगा जिसका परिणाम दोषियों को सजा के प्रतिशत में बढ़ोत्तरी के रूप में देखने को मिलेगा।

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