बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस ने एक दिन की कार्यशाला में स्कूल और कॉलेज के शिक्षकों, पुलिस अधिकारियों और सामाजिक संस्थाओं के साथ शामिल होकर बच्चों के डायवर्जन प्रक्रिया के महत्व को साझा किया। यूनीसेफ संस्था के राज्य प्रमुख, जॉब जकारिया एवं Santosh Singh IPS पुलिस अधीक्षक बिलासपुर ने डायवर्सन प्रक्रिया के माध्यम से अपराध से दूर रहने के लिए बच्चों के विकास को सुनिश्चित करने का मिशन बताया।
इस कार्यशाला में किशोर न्याय अधिनियम (JJA) के प्रावधानों का बीता, और UNICEF टीम ने केस स्टडी बेस्ड लर्निंग के माध्यम से विभिन्न तरह की जानकारी दी। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के माध्यम से, बिलासपुर पुलिस ने डायवर्सन प्रक्रिया को सामाजिक सुरक्षा की मुख्य धारा से जोड़कर बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने का निर्णय लिया।
तृतीय कार्यशाला में उपस्थित हुए
1. जॉब जकारिया- UNICEF के चीफ (संयुक्त राष्ट्र अंतरष्ट्रीय बच्चों के आपातकालीन संजीवनी कोष)
2. चेतना दास - UNICEF के बाल संरक्षण विशेषज्ञ
3. गीतांजलि दास गुप्ता - UNICEF के स्टेट कंसलटेंट चाइल्ड प्रोटेक्शन
4. नीमिशा श्रीवास्तव - सीएसजे (काउंसिल टू सिक्योर जस्टिस) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
5. उर्वशी तिलक - सीएसजे (काउंसिल टू सिक्योर जस्टिस) के डायरेक्टर
6. रामनारायण वर्मा - सीएसजे (काउंसिल टू सिक्योर जस्टिस) के टेक्निकल एक्सपर्ट डायवर्सन।