रायपुर। समाज कल्याण विभाग मंत्री अनिला भेंड़िया की उपस्थिति में आज रायपुर के माना कैम्प स्थित राज्य संसाधन एवं पुनर्वास केन्द्र में छत्तीसगढ़ को नशामुक्त राज्य बनाने के लिए छत्तीसगढ़ शराब व्यसन मुक्ति अभियान (भारत माता वाहिनी योजना) प्रारूप पर केन्द्रित कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्रत्येक जनपद पंचायत की 10 ग्राम पंचायतों में नशामुक्ति का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए 8-10 सदस्यों वाली भारत माता वाहिनी का गठन तथा योजना का क्रियान्वयन करने के लिए रणनीति पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ वर्चुअल योग मैराथन कार्यक्रम में जन सामान्य का सर्वाधिक पंजीयन कराने वाले जिलों को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान कर पुरस्कृत किया। सर्वाधिक पंजीयन कराने में जिला-रायगढ़-प्रथम, जांजगीर-चांपा-द्वितीय तथा दुर्ग-तृतीय स्थान पर रहा।
श्रीमती भेंड़िया से छत्तीसगढ़ वर्चुअल योग मैराथन में पंजीयन कराकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में छत्तीसगढ़ का नाम दर्ज कराने के लिए समाज कल्याण विभाग के जिला अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने ''गढ़बो नवा छत्तीसगढ़'' की अवधारणा को साकार करने समाज के अन्तिम व्यक्ति तक योजनाओं को पहुंचाने के लिए अधिकारियों को प्रतिबद्ध होने को कहा। श्रीमती भेंड़िया ने समुदाय के सहयोग से नशामुक्ति के पक्ष में व्यापक जनमत विकसित करने के लिए सफल प्रयास की आवश्यकता बताई और विश्वास व्यक्त किया गया कि जिला अधिकारियों की कर्मठता से लक्ष्य की प्राप्ति आसानी से हो सकती है।
कार्यक्रम में ग्राम पंचायत स्तर पर नशापान के दुष्परिणामों को रैली, नारे, दीवार लेखन, पोस्टर, हेण्डबिल, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जन सामान्य तक पहुॅंचाने की कार्य योजना पर चर्चा की गई। इस अवसर पर श्रीमती भेंड़िया ने राज्य संसाधन एवं पुनर्वास केन्द्र परिसर में कदंब का पौधा, समाज कल्याण विभाग की सचिव श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने रूद्राक्ष का पौधा और संचालक श्री पी.दयानंद ने बादाम का पौधा लगाया। कार्यशाला में छत्तीसगढ़ योग आयोग तथा विभागीय संचालनालय और जिला के अधिकारी उपस्थित थे।