महासमुंद। “बिहान“ योजनान्तर्गत विकासखण्ड बसना में गठित गणेश महिला स्व सहायता समूह, सिंघनपुर एवं विकासखण्ड पिथौरा अंतर्गत ग्राम गोड़बहाल की महिला स्व सहायता समूह ने गोठान से आजीविका संवर्धन करते हुए अपने आर्थिक स्थिति मजबूत कर ली है और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। ग्राम सिंघनपुर के 10 सदस्यों में से 07 सदस्यों द्वारा ग्राम गौठान प्रबंधन समिति “गौठान“ में वर्ष 2019-20 से आज तक कुल गोबर 6808.65 क्विंटल क्रय किया गया है। जिसे स्व सहायता समूह को हस्तातंरित होने पश्चात् वर्ष 2019-20 से आज दिनांक तक सुपर कम्पोस्ट खाद 1293 क्विंटल एवं वर्मी कम्पोस्ट खाद् 1316.10 क्विंटल इस तरह कुल 2609.01 क्विंटल खाद् उत्पादन किया गया है।
छत्तीसगढ़ शासन के मानक स्तर 40 प्रतिशत की दर के विरूद्ध गणेश महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों द्वारा लगभग 38.27 प्रतिशत खाद् का उत्पादन किया गया है। जिसके फलस्वरूप स्व सहायता समूह को निर्मित खाद् का लाभांस राशि 7 लाख 81 हजार 942 रूपये का प्राप्ति हुई है। इसके अलावा 60 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का विक्रय हेतु शेष है। इसके साथ-साथ स्व सहायता समूह के सदस्यों द्वारा गौठान में सब्जी बाड़ी एवं मुर्गी पालन का कार्य करते हुए परिवार की आर्थिक स्थिति को काफी मजबूत किया गया है। श्री गणेश महिला स्व सहायता समूह को वर्मी खाद के अलावा सब्जी बाड़ी एवं मुर्गी पालन से लगभग आय अर्जित में से सब्जी बाड़ी का 21 हजार 450 रूपये एवं मुर्गी पालन से 30 हजार 375 रूपये आय प्राप्त हुआ है । इस प्रकार समूह का कुल आय 8 लाख 33 हजार 767 रूपये अर्जित हुआ है।
इसी तरह ग्राम गोड़बहाल के गोठान में रीपा के रूप में विभिन्न आर्थिक गतिविधियों में महिलाएं संलग्न है। इनके द्वारा माटीकला, पेवर ब्लाक जैसे कार्य किए जा रहे हैं। नारी शक्ति स्व सहायता समूह द्वारा वर्मी खाद का उत्पादन व गौमूत्र का क्रय किया जा रहा है जिससे समूह को कुल 89 हजार 907 रुपए का लाभांश मिला है। गोड़बहाल गोठान में जया स्व सहायता समूह, राजलक्ष्मी स्व सहायता समूह द्वारा सब्जी उत्पादन व मछली पालन बखूबी तरीक से की जा रही है। जिससे समूह को एक लाख 71 हजार रुपए का लाभ हुआ है।