छत्तीसगढ़

मां भवानी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने सामुदायिक बाड़ी विकसित कर कमाए 11 हजार 500 रूपए

Nilmani Pal
29 May 2023 8:33 AM GMT
मां भवानी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने सामुदायिक बाड़ी विकसित कर कमाए 11 हजार 500 रूपए
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नारायणपुर। जिला नारायणपुर अंतर्गत 38 ग्रामों में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा गौठान में सामुदायिक बाड़ी विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। जिसके अतंर्गत नारायणपुर विकासखंड के ग्राम कोचवाही गौठान की मां भवानी स्व सहायता समूह की 10 महिलाओं ने कामयाबी की उड़ान भरी है। शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी ग्राम योजना से उनके जीवन में व्यापक परिवर्तन आये हैं और वे आर्थिक रूप से मजबूत बन रही है। समूह की महिलाओं द्वारा मल्चिंग विधि से पपीता, भिंडी, बैगन, करेला एवं अन्य उद्यानिकी फसल की खेती की जा रही है और ड्रिप संयंत्र से सिंचाई की जा रही है। उद्यानिकी फसलों के आधुनिक विधि का उपयोग करने का फायदा यह हुआ कि सब्जी के उत्पादन वृद्धि हुई है।

मां भवानी स्व सहायता समूह की परिश्रमी महिलांए गौठान में जुडने के बाद साग-सब्जी का उत्पादन कर उनके आर्थिक स्थिति में काफी ज्यादा सुधार आया है। इसके साथ ही साथ घर के चार दिवारी में जहां अपनी बातों को स्पष्ट रूप रख नहीं पाते थे, आज ग्रामीण स्तर पर शासन की हर भावी योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर उनके प्रति कार्य करने एंव अपनी बातों को ग्रामीणजन और समुदाय के बीच में स्पष्ट रूप से रख पाने में सक्षम हो पाए हैं।

समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित साग-सब्जी का विक्रय स्थानीय बाजारों, आंगनबाड़ी केंद्रों, छात्रावास तथा ग्रामीण क्षेत्र में किया जा रहा है। जिससे अब तक समूह की महिलाओं को 11 हजार 500 रुपए की आय प्राप्त हुई है। गौठानों में किए जा रहे विविध आजीविका गतिविधियों से दैनिक जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में मददगार साबित हो रहा है।

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