युग परिवर्तन में छत्तीसगढ़ के नारियों अग्रणी भूमिका रहेगी - शैलबाला पंड्या
रायपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार की प्रमुख श्रद्धेया शैलबाला पंड्या, डॉ चिन्मय पंड्या - प्रति कुलपति देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार एवं नारी जागरण अभियान की प्रभारी शेफाली पंड्या दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास के उपरांत 30 दिसंबर को हरिद्वार के लिए रवाना हुए। वे 27 से 29 दिसंबर तक गायत्री परिवार छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित नारी सशक्तिकरण चेतना शिविर एवं भिलाई में अश्वमेध यज्ञ की रजत जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित 151 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में सम्मिलित होने के लिए छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। वापिस लौटते समय एयरपोर्ट पर श्रद्धेय शैल जीजी ने कहा की गायत्री परिवार छत्तीसगढ़ द्वारा नारी सशक्तिकरण कार्यक्रम का जो आयोजन रायपुर में किया गया था यह अब देश के प्रत्येक जिले एवं गाँव-गाँव में फैलेगा और युग परिवर्तन के लिए छत्तीसगढ़ के नारियों की अग्रणी भूमिका रहेगी इन नारियों के द्वारा गांव गांव तक जाकर गुरुदेव पंडित राम शर्मा आचार्य द्वारा बतलाये गए सप्त सूत्रीय आंदोलन के द्वारा शिक्षा, स्वाध्याय, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, नारी जागरण, नशा उन्मूलन, कुरीति उन्मूलन का संदेश देकर लोगो को जगाया जाएगा। इस कार्य से निश्चित ही प्रदेश और देश की उन्नति होगी और हमारा भारत देश पुनः विश्वगुरु बनेगा।
डॉ चिन्मय पंड्या ने कहा कि युग परिवर्तन के लिए नारियों के साथ पुरुषों की भूमिका भी अहम रहेगी और इसके लिए विचार क्रांति अभियान के माध्यम से लोगों का वैचारिक उत्थान गायत्री परिवार के परिजनों के द्वारा किया जाएगा। उन्होंने दो दिवसीय प्रवास के दौरान छत्तीसगढ़ के परिजनों से जो प्यार, स्नेह और आदर मिला उसके लिए सभी का आभार व्यक्त किया। शांतिकुज से पधारे तीनों ने छत्तीसगढ़ राज्य की खुशहाली व निरंतर उन्नति की कामना की।