किसी पर आश्रित नहीं हैं महिलाएं, गौठान से मिला रहा बेहतर आजीविका का रास्ता
जगदलपुर. ग्राम पंचायत सिगनपुर की चोंडीमेटावाडा में रहने वाली रायबारी पोयाम, वे अपने कृषक पति सुकरु पोयाम और 03 बच्चों के साथ रहती हैं। रायबारी पोयाम छत्तीसगढ़ राज्य शासन के द्वारा सुराजी ग्राम योजना अन्तर्गत संचालित योजना गोधन न्याय योजना के अन्तर्गत गोबर तो बेचती ही हैं, साथ ही समूह के साथ जुड़कर गोबर खाद बनाकर भी बेचती हैं।
रायबरी घर पर ही अंडा उत्पादन का व्यवसाय करती हैं, कुछ समय पहले तक रायबारी अपने अंडा व्यवसाय को बड़े स्तर पर करना चाहती थीं, लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे। लेकिन ग्राम सुराजी योजना का लाभ लेकर रायबारी ने गोबर और गोबर खाद बेचकर कुल 58354 रुपए की राशि कमाई है। इन पैसों से रायबारी ने अंडा उत्पादन के व्यवसाय में कुछ पैसे लगाए, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है। रायबारी कहती हैं कि उन्होंने अब तक गोठान सिगनपुर में 162.78 क्विंटल गोबर से 32 हजार 556 रुपये, गोबर खाद से निर्माण कर 19698 रुपये, वर्मी विक्रय से 4000 रुपये और अंडा बेचकर 2100 रुपए कमाए है, जिनका उपयोग घर के जरूरी खर्चों और कुछ जेवर खरीदने मे किया है। उसने बताया कि कमाई का जरिया अब बढ़ गया है, गौठान ने उनकी जिंदगी बदल दी है। रायबारी कहती हैं कि उन्हें इस योजना से जुड़कर स्वावलंबी महसूस हो रहा है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित गोधन न्याय योजना के लिए उन्होंने आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया है।