महिला के पति और भतीजे अरेस्ट, खौफनाक हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा
जशपुर। जशपुर जिले से महिला की खौफनाक हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है। यहां आरोपियों ने महिला की हत्या कर दी। फिर फिल्मी स्टाइल में सबूत छुपाने के लिए वाहन का एक्सीडेंट का रूप दे दिया। इस हत्याकांड में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पति और 2 भतीजे को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, मृतिका अपने पति पर चरित्र शंका करती थी और अक्सर लड़ाई-झगड़ा करती थी। जिससे तंग आकर पति ने हत्या की प्लानिंग कर वारदात को अंजाम दिया। यह मामला बगीचा थाना अंतर्गत चौकी पण्डरापाठ क्षेत्र का है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रार्थी संदीप यादव उम्र 24 साल ने 10 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराया कि सुबह लगभग 5 बजे लगभग उसकी चाची मायके जाने के लिए निकली थी। चाची प्रमिला यादव उम्र 39 वर्ष पवन यादव के साथ में मारूती कार सी.जी. 04/एच.ए. 6339 में शंकरगढ़ के जगीमा गांव जा रही थी। कार को पवन यादव चला रहा था। इस दौरान कामारिमा घाट के पास कार का ब्रेक नहीं लगा और कार एक्सीडेंट का शिकार हो गई और गड्ढे में जा गिरी। इस हादसे में कार सवार महिला की मौत हो गई। इस मामले में पण्डरापाठ चौकी में रिपोर्ट दर्ज की गई और शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पीएम रिपोर्ट में मृतिका की घटना में मृत्यु नहीं बल्कि हत्या करना पाया गया, जिसके बाद मामले में अपराध दर्ज कर पुलिस गहराई से जांच करने में जुट गई।
इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने संदेही मृतिका के पति अर्जून यादव एवं वाहन चालक पवन यादव को हिरासत में लिया। पूछताछ में संदेहियों ने बताया कि 9 फरवरी की रात उनके गांव खैरापाठ में धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान अर्जून यादव अपने भतीजा पवन यादव एवं अलोक यादव से मिला। अर्जून यादव ने उन्हें बताया कि उसकी पत्नी प्रमिला यादव अक्सर इसके चरित्र पर शंका करती है और हमेशा लड़ाई-झगड़ा करती है. जिससे वह परेशान हो गया है। इन्होंने हत्या का प्लानिंग बनाई कि 10 फरवरी को प्रमिला यादव अपने मायके जायेगी उसी दौरान कामारिमा घाट में वाहन का एक्सीडेंट कर उसे मरवा देंगें। जिसके बाद तीनों सहमत हो गये और अपने-अपने घर आ गये।
10 फरवरी की सुबह लगभग 04 बजे अर्जून यादव फोन कर पवन यादव एवं अलोक यादव को अपने पास बुलाया। प्रमिला यादव अलोक यादव, पवन यादव और अर्जून यादव सभी मारूती में सवार होकर अपने घर से निकले। अर्जून यादव कार को चलाते हुए कामारिमा घाट के पास ले गया और कार को धीरे करके खाई की तरफ मोड़ कर वह गाड़ी से कूद गया। फिर पवन यादव एवं अलोक यादव भी कूद गये। उन्हें कूदता देखकर प्रमिला भी गाड़ी से कूद गई। वहीं कार रोड से लगभग 25 फीट नीचे पेड़ में खाई के पास जाकर टकरा गई। महिला हत्या के इस प्लानिंग में किसी तरह बच गई और वहां से भागने लगी तो अर्जून यादव ने उसे पकड़कर कार एवं खाई वाले जगह के पास ले गया। यहां मारपीट किया और अलोक यादव के पास रखे गमछा से प्रमिला यादव के गला में बांधकर एक तरफ को अर्जून यादव एवं दूसरी तरफ अलोक यादव ने खींचा और उसकी हत्या दी।
इस वारदात के बाद आरोपियों ने पवन यादव के पास ड्राईविंग लायसेंस होने से उसे कहा कि तुम गांव में फोन कर बता दो कि प्रमिला यादव का उसके मायके जाते वक्त एक्सीडेंट हो गया, जिसमें उसकी मौत हो गई। वहीं घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी अर्जून यादव और अलोक यादव अपने घर चले गए। पवन यादव ने फोन कर संदीप यादव को बताया, फिर संदीप यादव तथा गांव के अन्य लोग घटनास्थल पहुंच कर एक्सीडेंट का रिपोर्ट दर्ज कराये थे।