नौकरी गंवाने के बाद ठगी करने लगी महिला, पुरुष मित्र के साथ गिरफ्तार
जगदलपुर। बस्तर जिले में स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर 16 युवकों से 27 लाख 61 हजार रुपए की ठगी हुई है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग की पूर्व महिला संविदा कर्मचारी ने एक अन्य कर्मचारी के साथ मिलकर ठगी की है। 16 लोगों से पैसे लेकर लैब टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स, प्यून और वार्ड बॉय के पद पर भर्ती का फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिया है। अब शिकायत के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला जगदलपुर सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, जिले के रहने वाले भोलाराम कश्यप ने खुद के साथ हुए फ्रॉड की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसने पुलिस को बताया कि, किरण कश्यप नाम की एक महिला से साल 2021 में अक्टूबर महीने में उसकी पहचान हुई थी। महिला खुद को स्वास्थ्य विभाग की कर्मचारी बताई थी। उसने भरोसा दिलाया था कि डिमरापाल के मेडिकल कॉलेज में वार्ड बॉय के पद पर नौकरी लगवा दूंगी। लेकिन, इसके लिए डेढ़ लाख लगेंगे। जिसकी बातों में भोलाराम आ गया और इसने डेढ़ लाख रुपए भी दे दिए।
इसके अलावा उसी इलाके के अन्य 15 लोगों ने भी प्यून, लैब टेक्नीशियन और नर्स की नौकरी पाने के लिए इसे पैसे दिए। महिला ने सभी 16 लोगों से 27 लाख 61 हजार रुपए ले लिए थे। काम न होने पाने पर पैसे वापस करने की बात कही थी। फिर डिमरापाल मेडिकल कॉलेज के एक अन्य कर्मचारी टीकम जोशी के साथ मिलकर अलग-अलग पदों पर भर्तियां निकाली। जिसके कुछ दिन बाद फर्जी नियुक्ति पत्र बनाया। फिर अलग-अलग पदों के लिए सभी को नियुक्ति पत्र थमा दिया। कुछ महीने पहले जब वे लोग अस्पताल पहुंचे तो पता लगा उनके साथ धोखा हुआ हुआ है।
डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में ऐसे कोई से भी पदों पर भर्ती नहीं निकली थी। फिर सारे लोगों ने महिला से पैसे मांगे तो कई महीनों तो गुमराह करती गई। जिसके बाद कुछ महीने पहले ही इस मामले की शिकायत पुलिस में किए। अब पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। महिला से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि वह साल 2016 से 2020 तक स्वास्थ्य विभाग में संविदा कर्मचारी थी। किसी कारण से उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। पैसे कमाने के लिए उसने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के साथ मिलकर फ्रॉड करने का प्लान बनाया था।