प्रदेश में जहां कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते तीन मई तक लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं इसके चलते एक बार फिर पुलिसकर्मियों के कंधे पर फिर नई जिम्मेदारी आ गई है, जिसे वो बखूबी निभाने में लगे हुए है । साथ ही कोरोना वॉरियर्स के रूप में मिसाल कायम कर रहे हैं। ताजा मामला राजस्थान के डूंगरपुर जिले के एक कोतवाली थाने का है। यहां बुधवार को थाने में ही मंगल गीत गूंजे। हल्दी की स्स्में निभाई गई। दरअसल यहां इस थाने में तैनात एक पुलिस कॉन्स्टेबल लड़की आशा रोत की शादी 30 अप्रैल को होनी है। शहर में लॉकडाउन लगा है, इसलिए उसे छुट्टी नहीं मिली, लिहाजा उसकी हल्दी की रस्मे थाने में ही निभाई गई।
बताया जा रहा है कि 30 तारीख को आशा की शादी से पहले हल्दी की रस्म होनी थी। लेकिन उसे छुट्टी नहीं मिली, इसलिए थाने के पुलिसकर्मियों ने ही परिवार के रूप में जिम्मेदारी निभाते हुए हल्दी की रस्म पूरी की। यहां सहकर्मी पुलिस वालों ने ही आशा की हल्दी की रस्म निभाने के लिए तैयारी की। वहीं इसे खास बनाने में कोई कोर नहीं छोड़ी।
उल्लेखनीय है कि महिला कांस्टेबल आशा रोत की थाने में हल्दी की रस्में की चर्चा सोशल मीड़िया पर भी काफी हो रही है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर आईपीएस दीपांशु काबरा ने भी एक पोस्ट शेयर की है। साथ ही महिला कांस्टेबल की हल्दी की रस्में थाने में निभाने को लेकर एक भावुक पोस्ट भी किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि हम जहां काम करते हैं ,वो जगह भी हमारे लिए घर व सहकर्मी हमारा परिवार बन जाते हैं।
पुलिस थाने में हल्दी की रस्म की ये तस्वीर डूंगरपुर की है.कांस्टेबल आशा की शादी 30अप्रैल को है, जल्दी छुट्टी ना मिलने के कारण जब वो घर नहीं जा पाई तो साथी पुलिसकर्मियों ने थाने में ही रस्म अदायगी की.
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) April 23, 2021
हम जहां काम करते हैं वो जगह भी हमारे लिए घर व सहकर्मी हमारा परिवार बन जाते हैं... pic.twitter.com/OH3rXctZUB