महिलाएं अपनी सफ़लता की कहानी स्वयं बताते हुए कहती हैं कि गौठान गतिविधियों ने उनकी जिंदगी बदल दी है, आर्थिक रुप से मजबूत होकर सक्षम होना बहुत ही सुखद अनुभव है। ऐसा ही एक उदाहरण पेश कर रही हैं जागृति महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं, जो निरंतर वर्मी कंपोस्ट बनाने का कार्य कर रहीं हैं। वर्मी कंपोस्ट निर्माण के लिए जिला प्रशासन द्वारा सम्मान पा चुकी कोरिया जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर के ग्राम छिंदिया की दीदी नीलम बताती हैं कि शासन की मदद से आज उनका सपना पूरा हुआ है। समूह द्वारा 2019 से वर्मी तथा सुपर कम्पोस्ट खाद का निर्माण और विक्रय गौठान में किया जा रहा है। उन्होंने अब तक कुल 17 लाख रुपए का वर्मी कम्पोस्ट खाद बेचकर 7 लाख रुपए का लाभ प्राप्त किया है, वहीं 2.5 लाख का केंचुआ खाद भी समूह द्वारा विक्रय किया गया।
नीलम बताती हैं कि लंबे समय से उनका सपना था कि उनका स्वयं का घर बन जाए, इसके साथ ही उनकी एक टू व्हीलर लेने की भी बेहद इच्छा थी। वर्मी खाद के विक्रय से जो लाभांश मिला, उससे इन दोनों इच्छाओं को पूरा करने में उन्हें मदद मिली। अब वे शान से अपनी गाड़ी से आना-जाना करती हैं। इसी प्रकार समूह की अन्य महिलाओं के जीवन में भी गौठान गतिविधियों के द्वारा सपने पूरे होने से खुशहाली आयी है।