छत्तीसगढ़

विधानसभा का शीतकालीन सत्र हंगामेदार होने के आसार, सत्र के बाद नगरीय निकाय भंग होने की संभावना

Shantanu Roy
9 Dec 2024 2:19 PM GMT
विधानसभा का शीतकालीन सत्र हंगामेदार होने के आसार, सत्र के बाद नगरीय निकाय भंग होने की संभावना
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शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक चलेगा
विधानसभा सचिवालय ने इस संबंध में सोमवार को आधिकारिक सूचना दी
विपक्ष की कानून व्यवस्था,धान खरीदी को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति
पांच दिनों के सत्र में चार बैठकें होंगी
कई विधेयक पेश कर सकती है सरकार
नगरीय निकाय चुनाव की आचार संहिता शीतकालीन सत्र के बाद लगने की संभावना, जब तक पूरे राज्य में आरक्षण की प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी होगी
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगी। सोमवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के सचिवालय ने इस संबंध में आधिकारिक जानकारी शेयर की है। इस सम्बन्ध में विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी अपने X एप्लिकेशन पर छत्तीसगढ़ के षष्ठम
विधानसभा
के शीतकालीन सत्र की जानकारी दी साथ ही उन्होंने 4 बैठकें आयोजित होने की भी जानकारी शेयर की। साथ ही विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी किए गए पत्र में बताया गया है कि शीतकालीन सत्र में वित्तीय कार्य के साथ अन्य शासकीय कार्य सम्पादित किए जाएंगे।
सरकार को घेरने की रणनीति विपक्ष की होगी
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष हंगामा कर सकता है। विपक्ष की सूत्रों के अनुसार उनकी रणनीति सरकार को घेरने की होगी। राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष ज्यादा मुखर है साथ ही विपक्षी दल कांग्रेस सड़कों पर लगातर प्रदर्शन भी कर रहा है। धान खरीदी को लेकर, कवर्धा हिंसा के मामले के अलावा विपक्ष सरकारी नौकरी में भर्ती, धान खरीदी केंद्र, समेत कई मुद्दों पर घेरने की योजना बनाएंगे। इस सम्बन्ध में विधानसभा सत्र को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस अपने विधायकों के साथ बैठक कर योजना तैयार कर विधानसभा में सरकार को कटघरे में खड़ा करने के मूड में भी है।
विधायकों के साथ बैठक में होगा तय
विधानसभा सत्र की घोषणा के बाद से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष जल्द ही इस संबंध में अपने विधायकों के साथ बैठक कर रणनीति बनाने को लेकर तैयारी करने लगे हैं। दूसरी ओर विपक्ष के सवालों से बचने के लिए सरकार भी अपनी तैयारी में लग गई है। इस सत्र में राज्य की विष्णुदेव साय सरकार कई अहम विधेयकों को भी सदन में रख सकती है। इस सत्र में वित्तीय कार्य में अनुपूरक बजट से जुड़ा प्रस्ताव आ सकता है।इसके अलावा कई वित्तीय कार्य और शासकीय कार्य को भी संपादित किया जाएगा।
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