छत्तीसगढ़
क्या जून भर रहेगा लॉकडाउन लगातार, जानिए इनके पीछे स्वास्थ्य विभाग का क्या तर्क है
Apurva Srivastav
28 May 2021 6:31 PM GMT
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कोरोना की दूसरी लहर पर ब्रेक लगाने कई राज्यों ने लॉकडाउन का सहारा लिया था
केंद्र की नई गाइडलाइंस पर दरअसल देश में कोरोना संक्रमण के गिरते ग्राफ के बीच कुछ राज्यों ने 1 जून से अनलॉक की तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन केंद्र ने साफ कर दिया है कि भले आंकड़ों में कमी आई है, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर अभी असरदार है। लिहाजा 30 जून तक जारी रहेंगी कोरोना से जुड़ी पाबंदियां और गाइडलाइंस। इतना ही नहीं केंद्र ने राज्यों को निर्देश दिया है कि अनलॉक की प्रक्रिया बेहद सोच समझकर और हालात का आकलन करने के बाद ही लें। ऐसे में सवाल है कि केंद्र की नई गाइडलाइन क्या है? जून तक लॉकडाउन के पीछे स्वास्थ्य विभाग का क्या तर्क है? सवाल ये भी क्या अब राज्य सरकारें केंद्र के फरमान पर अमल करेंगी?
कोरोना की दूसरी लहर पर ब्रेक लगाने कई राज्यों ने लॉकडाउन का सहारा लिया था, उसी का नतीजा है कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार पहले से थोड़ी कम जरूर हुई है। रिकवरी रेट में भी तेजी से इजाफा हो रहा है, लेकिन जरा सी लापरवाही अब तक की सारी मेहनत पर पानी फेर सकती है। इसलिए केंद्र सरकार ने पहले से जारी सख्ती को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की जो गाइडलाइंस 29 अप्रैल को जारी की गई थी, अब वो 30 जून तक पूरे देश में जारी रहेगी। ये दिशा निर्देश पिछले महीने की ही तरह हैं, इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। इन दिशा निर्देशों के मुताबिक कंटेनमेंट जोन की सीमा तय करने का अधिकार राज्यों के पास ही है, जिन राज्यों में पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा और अस्पताल में 60 फीसदी क्षमता से ज्यादा भरे हो, वो इलाके संवेदनशील माने जाएंगे। केंद्र सरकार की तरफ से राज्य सरकारों को निर्देश दिया गया है कि कोई भी ढील सोच समझकर और हालात का आकलन करने के बाद ही ली जाए। केंद्र की नई गाइडलाइन इसलिए भी अहम हो जाता है कि क्योंकि मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ समेत कई राज्य अनलॉक की तैयारी में जुटे हैं।
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