अरुण साव जी के नेतृत्व में छग की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे : बृजमोहन अग्रवाल
बिलासपुर। विश्व आदिवासी दिवस के दिन भाजपा ने छत्तीसगढ़ में अपना प्रदेश अध्यक्ष बदलकर अरुण साव को कमान सौंप दी। इस पर कांग्रेस के बायनों पर वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार किया है। श्री अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस का आदिवासी प्रेम तब कहां गया था, जब एनडीए ने पहली बार देश की महिला आदिवासी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था। तब कांग्रेसी विधायकों ने उन्हें वोट देने में दरियादिली क्यों नहीं दिखाई ? अब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बदलने पर उन्हें आदिवासी समाज की चिंता हो रही है।
दरअसल बीजेपी की तिरंगा यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक के दौरान पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने ये बातें कही। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश की आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं। पूरा देश अमृत महोत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वे आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर में तिरंगा झंडा फहराएं। साथ ही देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और शहीदों के योगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने का निर्देश भी दिया गया है। छत्तीसगढ़ के 25 लाख घरों में झंडा फहराने का निर्णय लिया गया है। हर गरीब वर्ग के लोगों तक तिरंगा पहुंचाने और उन्हें स्वतंत्रता दिवस के संबंध में जानकारी देने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा राष्ट्र प्रेम का काम है, इसलिए इसमें सबकी सहभागिता जरूरी है।
अग्रवाल ने नए प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे उच्च शिक्षित हैं। वे वकालत भी कर चुके हैं। शुरूआत से भाजपा के विचारों से जुड़े रहे हैं। उनके नेतृत्व में भाजपा और तेजी से संगठित होगी और प्रदेश में कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। वहीं प्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही नेता प्रतिपक्ष बदले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह फैसला अभी भविष्य के गर्भ में है। अग्रवाल ने कहा कि पार्टी जो भी निर्णय लेगी, वह हम सबको स्वीकार होगा। नेता प्रतिपक्ष के लिए उनके नाम की चर्चा के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा में इच्छा रखना खराब बात नहीं है, लेकिन पार्टी के निर्णय को हम सब स्वीकार करते हैं। शीर्ष पद मिलने की इच्छा तो सबकी होती है।