छत्तीसगढ़

क्या बिलासपुर से देवेंद्र का टिकट काटकर कन्हैया-पप्पू को टिकट देगी कांग्रेस?

Shantanu Roy
4 April 2024 2:51 PM GMT
क्या बिलासपुर से देवेंद्र का टिकट काटकर कन्हैया-पप्पू को टिकट देगी कांग्रेस?
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बिहार के गठबंधन में उठते विवादों को ठंडा करने की कोशिश
रायपुर/बिहार। बिहार में गठबंधन के चलते कांग्रेस के हिस्से में सिर्फ 9 सीटें ही आई है जबकि वह 15-17 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी। सीटें कम होने से कांग्रेस अपने कई बड़े नेताओं को वहां टिकट नहीं दे पाई है। यहां तक कि पूर्णिया में भी वादे के मुताबिक पप्पू यादव को उमीदवार घोषित नहीं कर सकी। राजद ने वहां से अपना उमीदवार उतार दिया है। ऐसे में पप्पू यादव ने आज वहां से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भर दिया है। इससे कांग्रेस-राजद के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में अब अटकलें लगाई जा रही है कि कांग्रेस बिहार के अपने कुछ बड़े नेताओं को पास के राज्यों में (झारखंड व छत्तीसगढ़) से उमीदवार बना सकती है। ऐसी हवा है कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सीट से कांग्रेस ने देवेंद्र यादव को उमीदवार बनाया है जिसका लगातार विरोध हो रहा है। अब खबर आ रही है कि बिहार में स्थिति को संभालने कांग्रेस पप्पू यादव अथवा कन्हैया कुमार को मैदान में उतार सकती है। ऐसा हुआ तो छत्तीसगढ़ में बड़े उलट-फेर की संभावना बन सकती है।

बिहार से कांग्रेस के दो बड़े नेता टिकट से वंचित हो गए हैं। बिहार में गठबंधन ने 9 सीट कांग्रेस को दी है जिसमें कन्हैया कुमार और पप्पू यादव जिन लोकसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे वह किसी अन्य के खाते में चले गई है। बेगूसराय से कांग्रेस ने कन्हैया कुमार के लिए टिकट मांगी थी। जबकि पूर्णिया या मधेपुरा से पप्पू यादव को कांग्रेस पार्टी टिकट देना चाहती थी लेकिन राजद ने निर्णय लेते हुए मधेपुरा और पूर्णिया से आरजेडी को टिकट दे दी। बेगूसराय कम्युनिस्ट पार्टी के खाते में चले गई इस तरह लालू यादव ने कांग्रेस के दोनों नेताओं को टिकट से वंचित कर दिया गया है। अब स्थिति यह है कि इन दोनों बड़े नेताओं को कहां से लड़ाया जाए।

पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन छत्तीसगढ़ से राज्यसभा की मेंबर है इस स्थिति में पप्पू यादव को छत्तीसगढ़ से टिकट दिया जा सकता है। देवेंद्र यादव का बिलासपुर में भारी विरोध है अगर उनको यहां से टिकट देते हैं तो एक जाना पहचाना नाम और एक अच्छा नेता बिलासपुर को मिल सकता है या फिर कन्हैया कुमार भी एक योग्य उम्मीदवार है और राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं उन्हें भी अगर बिलासपुर से टिकट दी जाती है तो वह भी एक अच्छे प्रत्याशी के रूप साबित हो सकते हैं और कांग्रेस को सफलता मिल सकती है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाई कमान को इस पर निर्णय लेने की मांग की है क्योंकि देवेंद्र यादव भिलाई में रहते हैं और बिलासपुर से चुनाव लड़ रहे हैं उनका विरोध हो रहा है। यदि राष्ट्रीय स्तर के नेता आएंगे तो बिलासपुर वालों की भी उम्मीदें बढ़ेगी की एक हमें अच्छा नेता इस लोकसभा के लिए मिला है। इसलिए कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि उचित होगा कि इन दोनों में से एक पर निर्णय लिया जाए।
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