छत्तीसगढ़

आरक्षक के खाते में कहां से आया पैसा?

Nilmani Pal
30 Jan 2023 6:03 AM GMT
आरक्षक के खाते में कहां से आया पैसा?
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ऑनलाइन सट्टा: पुलिस अब तक बैंक से ट्रांजेक्शन का डिटेल ही नहीं निकाल पाई

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर/भिलाई। महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टा के खिलाफ एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने लगातार कार्रवाई की। इसमें कई सिपाहियों के नाम सामने आए। सिपाहियों को लाइन अटैच कर उनकी जांच शुरू की गई है। छावनी सीएसपी प्रभात कुमार झा को जांच की जिम्मेदारी दी गई है। जांच में सिपाही सहदेव की संलिप्तता मिली है। उन्होंने जब जांच के दायरा को आगे बढ़ाया तब पता चला कि सहदेव के बैंक खाते से 40 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। बैंक से डिटेल मांगा गया है कि उसके अकाउंट में पैसे कहां से आए और किस बैंक खातों में ट्रांसफर हुए। इसके बाद जांच रिपोर्ट एसपी को सौंपा जाएगा।

सरगना सौरभ चंद्राकर के खिलाफ पुलिस नहीं कर पा रही कार्रवाई

दुबई में छुपे महादेव ऐप के सरगना सौरभ चंद्राकर समेत रवि उप्पल व अतुल अग्रवाल को अब तक पुलिस नहीं पकड़ सकी। दुर्ग पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। लुक आउट सर्कुलर के लिए पत्राचार भी किया गया। पुलिस ने अब तक करीब 150 ऑपरेटरों को पकड़ा है। 300 से अधिक बैंक खाते, एटीएम, लैपटाप बरामद कर कार्रवाई की है। 100 करोड़ से अधिक रकम को फ्रीज कराया, लेकिन दुबई में बैठा सौरभ ऑनलाइन बेटिंग कर रहा है।केंद्रिय एजेंसी भी उसे अब तक नहीं पकड़ पाई।

सन्नी व सतनाम से सिपाही का संबंध

महादेव ऐप इंदौर से संचालित करने वाले वैशाली नगर भिलाई के सन्नी सिंह और सतनाम सिंह को पुलिस ने आरोपी बनाया था। इस मामले में सन्नी और सतनाम फरार थे। बाद में उन्होंने बड़ी कार्रवाई के डर से स्मृति नगर चौकी में सरेंडर किया। सरेंडर के दौरान सतनाम ने पुलिस को बताया कि सहदेव यादव से उसका पुराना संबंध है। पुलिस को पता चला है कि सतनाम रायबरेली में महादेव ब्रांच का संचालन कर रहा है।

सीएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि सिपाही के बैंक खाते से 40 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। उसके खाते में पैसा कहां से आया है और किस अकाउंट में गया है, इसकी जांच की जा रही है।

लुक आउट सर्कुलर जारी करने पत्राचार कर रही पुलिस

दुबई से महादेव बुक का संचालन करने वाला शातिर सटोरिया सन्नी सतनाम की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लुक आउट सर्कुलर जारी करने कवायद कर रही है. जबकि वह बेखौफ भिलाई में घूम रहा है. पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही है. उसी तरह नसीमुद्दीन को पुलिस फरार बता रही है, जबकि वह भी भिलाई में मौजूद है. जानकारी के मुताबिक सन्नी कुछ पुलिस अधिकारियों व कांगेस नेताओं के संपर्क में भी ंहै. सरेंडर कराने की उसकी साठगांठ हो गई है.

झारखंड से चला रहा था पैनल

महादेव एप के पैनल के साथ आरोपी मुकेश कुमार, दीपक उर्फ दीपू और श्रीकांत उर्फ चिन्ना को ऑनलाइन सट्टा खेलाते हुए पुलिस ने पकड़ लिया. वह पंजाब जाने की तैयारी में था. सुपेला टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया कि आरोपियों से जब्त 9 मोबाइल और 2 लैपटॉप और पैनल नसीमुद्दीन खान का है. वह फरार होकर पंजाब गया है. उसकी गिरफ्तारी की जाएगी. जबकि सूत्र बताते है कि नसीमुद्दी पंजाब से आकर भिलाई में ही है.

सौरभ ने बुना सट्टा का जाल

मदर टेरेसा नगर निवासी सौरभ चंद्राकर ने ऑन लाइन सट्टा का जाल बुना. इसके बाद वह दुबई पहुंचा. जहां अंडरवर्ल्ड व अंतरराष्ट्रीय बुकी से संपर्क किया. इसके बाद महादेव बुक तैयार कर ऑनलाइन सट्टा का कारोबार शुरु कर दिया. वह भिलाई दुर्ग से सौकड़ो युवाओं को इस दलदल में धकेल चुका है.

पुलिस ने सौरभ चंद्राकर के खिलाफ मोहन गर थाना में धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज किया है. इसके साथ जुड़े रवि उप्पल, राज गुप्ता, सन्नी सतनाम जैसे मुख्य सटोरियों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करने पत्राचार किया है. इसमें शामिल सन्नी सतनाम इस समय दुबई से आकर भिलाई में ही घूम रहा है. पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही है.

मुख्य आरोपी के खिलाफ ईडी का लुक आउट नोटिस

भिलाई के साजन उर्फ प्रेम सिंह और नरेंद्र गिल करते थे. दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि सट्टे से जुड़े इस तरह के मामलों में कई सारे बैंकों से करोड़ों रुपयों के ट्रांजेक्शन हुए हैं. इसलिए ईडी इसे मनी लॉन्ड्रिंग से जोडक़र देख रही है. इसलिए पिछले दिनों ऑनलाइन सट्टे के खिलाफ दुर्ग के मोहननगर थाने में दर्ज अपराध की चार्जशीट की कॉपी को ईडी की टीम ने मांगा था. जिसे पुलिस के द्वारा उपलब्ध कराया गया है. ऑनलाईन सट्टा महादेव एप का मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर दुबई से इस पूरे कारोबार को संचालित कर रहा है. उसके खिलाफ पुलिस ने लुकऑउट जारी किया गया था.भारत सरकार से इसके लिए पत्राचार भी हुआ है. लेकिन कुछ खामियां आने के कारण उसे फिर से लुक आउट नोटिस जारी किया गया है.

महादेव ऐप ऑनलाइन सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर चर्चे में रही

पुलिस ने इस साल के अपने कार्यों का लेखा जोखा जारी किया है। कई गंभीर अपराधिक प्रकरणों को सुलझाने के साथ ही महादेव ऐप ऑनलाइन सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जिले की पुलिस चर्चे में रही। पुलिस ने इस साल महादेव आईडी ऐप से जुड़े 71 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की। आरोपियों से 39 लैपटॉप व 160 मोबाइल जब्त किया। पुलिस ने 27 सितंबर को जगदलपुर में बड़ी कार्रवाई की। वहां 6 आरोपियों से लैपटॉप- 4 व मोबाइल 12 नग बरामद हुआ। छिंदवाड़ा में 2 अक्टूबर को टीम पहुंची। वहां पुलिस के हत्थे 9 चढ़े और 6 लैपटॉप व 19 मोबाइल हाथ आया। बिलासपुर में 5 अक्टूबर को 4 आरोपी पकड़े गए। 2 लैपटॉप और 26 मोबाइल बरामद हुआ। सुपेला में 22 अक्टूबर को 3 आरोपी पकड़े गए। 2 लैपटॉप व 9 मोबाइल बरामद हुआ। दिल्ली में 18 नवंबर को 16 आरोपी पकड़े गए। 6 लैपटॉप व 30 मोबाइल मिला। बिलासपुर में 21 नवंबर को 5 आरोपी पकड़े गए। उनसे 4 लैपटॉप व 7 मोबाइल बरामद किया गया। सिवनी में 22 नवंबर को 10 आरोपी पकड़े गए उनके पास से 3 लैपटॉप व 16 मोबाइल बरामद किया गया। भोपाल से 23 नवंबर को 18 आरोपी पकड़े गए। इनके पास से 12 लैपटॉप और 41 मोबाइल बरामद किया गया।

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