सीआईएसएफ-पुलिस के सामने घटना फिर भी बचाने कोई नहीं आया
स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट की छवि धूमिल, सैकड़ों यात्री हो चुके है बदसलूकी के शिकार
पुलिस को उलझाने लड़कियों से लगवाया छेड़छाड़ का आरोप
वेतन मांगने वाले युवक को लड़कियों ने पीटा जिसका वीडियो वायरल हुआ
पीडि़त का काई भी लेन देन ट्रेवल कंपनी से बाकी नहीं था ऐसी जानकारी मिली है
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। गत रविवार को स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में युवक की पिटाई वाला वीडियो सभी ने देखा होगा। जिसमें आधा दर्जन लड़कियों ने मिलकर वेतन मांगने गए एक युवक को बेरहमी से पीटा और वहीं के स्टाफ ने अपनी दबंगई जताने के लिए वीडियो वायरल किया। वीडियो का संज्ञान लेकर पुलिस वहां पहुंची और आरोपी लड़कियों के खिलाफ गुंडागर्दी का प्रकरण दर्ज किया। अब प्रबंधन के कहने पर फरार लड़कियों ने पुलिस से युवक खिलाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। यह भी पूरी तरह प्रायोजित कार्यक्रम के तहत लड़कियां प्रबंधन के इशारे पर काम कर रही है। रविवार को एयरपोर्ट में स्थित टैवल्स एजेंसी में महीने भर काम करने वाले युवक ने तनख्वाह मांगने गया था, यदि वो छेड़छाड़ की नीयत से जाता तो साथ में दो चार और लोगों को लेकर जाता ताकि फंसने पर हंगामा मचा सके, न कि अकेले जाता और वह भी बेचारगी से लड़कियों से पिटता रहा, ऊफ तक नहीं कहा, लड़कियों ने कपड़े फाड़े, भागने की कोशिश की तो वहां के स्टाफ के लड़कों ने रोका, उसे भागने नहीं दिया। ऐसा कहीं देखा है कि भरे पूरे 20-30 लोगों के सामने कोई अकेला युवक जाकर लड़की को छेड़ दे। वह तो लड़कियों से पिटता रहा, बचाव भी नहीं कर सका। उसे मालूम था कि लड़कियों को छूने पर छेड़छाड़ का आरोप भी लग सकता है। इसलिए वह वीडियो में बचाव करते कही भी नहीं दिखा सिर्फ लड़कियों की दबंगई और टैवल्स के स्टाफ लड़कों को भागने से रोकने के लिए तैनात रहे। टै्रवल्स में अक्सर यही होता है कि टैक्सीभाड़ा को लेकर विवाद होने पर वह पुलिस में लड़कियों से छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाकर केस को अपने पक्ष में कर लेता है इसलिए उसने अपने स्टाफ में दबंग लड़कियों को रखा है ताकि उसका उपयोग वक्त पर किया जा सके। यहां की लड़कियां
दुव्र्यवहार के लिए कुख्यात है। किसी भी यात्रा से सीधे मुंह बात ही नहीं करती है। लड़कियों की यही खूबिया टैवल्स के प्रबंधन की शान मानी जाती है। ये पहला मौका नहीं है, यहां आए दिन इस तरह की घटना होती रहती है। लोग दवाब से या डरकर रिपोर्ट तक लिखाने से हिचकते है।
एयरपोर्ट सिक्युरिटी से कैसे हो गई चूक : एयरपोर्ट जैसे अतिसंवेदनशील क्षेत्र में 30 मिनट तक टैवल्स कंपनी की लड़कियां एक युवक को पीटती रही और वहां सिक्युरिटी अमला नहीं पहुंचा जो सबसे बड़ी चूक मानी जा रही है। वहां पर स्थानीय पुलिस के अलावा एयरपोर्ट की भी सिक्युरिटी तैनात रहती है। यह घटना एयरपोर्ट सिक्युरिटी और पुलिस के सामने हुआ जो जनमानस में चर्चा का विषय बना है। बाहर से आने वाले यात्री भी टै्रवल्स कंपनियों व्दारा की जाने वाली बदसलूकी का भी आरोप लगाते है इससे रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट की छवि धूमिल हो रही है। दूसरी ओर लड़की ने एसटीएससी थाने में जान से मारने की धमकी और छेड़छाड़ की लिखित शिकायत एसएसपी से की है।