छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: जब बाइक से नदी पार कर कलेक्टर पहुंचे गांव, फिर...

jantaserishta.com
23 April 2022 11:34 AM GMT
छत्तीसगढ़: जब बाइक से नदी पार कर कलेक्टर पहुंचे गांव, फिर...
x

फाइल फोटो 

नदी पार गांव के दूसरे हिस्से के ग्रामीण पहली बार मिले किसी कलेक्टर से.

कोण्डागांव: दिनांक 22 अप्रैल को कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने मर्दापाल क्षेत्र के घोर संवेदनशील कहे जाने वाले दुर्गम्य वनांचल ग्राम कुधूर एवं तुमड़ीवाल ग्राम का दौरा किया। ग्रामीणों की माने तो पहली बार किसी कलेक्टर ने भंवरडीह नदी पार करके ग्राम के दूसरे हिस्से में पंहुच ग्रामीणो की समस्याओं को जानने समझने का प्रयास किया। ग्रामीणो की समस्याओं एवं उनके सटीक निराकरण करने के अलावा योजनाओं के धरातलीय क्रियान्वयन की सत्यता जानने के उद्देश्य से किये गये इस निरीक्षण दौरे में जहां कलेक्टर ने ग्रामीणो से सीधे संवाद किया वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल द्वारा स्कूली बच्चो को खेल सामग्री का वितरण किया गया।

जिले के दुर्गम इलाको में शुमार कुधूर एवं तुमड़ीवाल ग्रामो की भौगौलिक बसाहट की प्रमुख विशेषता यह है कि इन गांवो को भंवरडीह नदी दो भागो में विभाजित करती है। इस दृष्टि से नदी के दूसरी छोर स्थित ग्राम क्षेत्र अधिक बीहड़ वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील इन क्षेत्रो में नदी को पार करके ही यहां जाया जा सकता है। इस दौरान कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों ने बाइक से नदी पार कर ग्राम के दूसरे हिस्से में पंहुचे सर्वप्रथम उन्होने ग्र्राम तुमड़ीवाल के प्राथमिक शाला केन्द्र का निरीक्षण किया। जो एक अस्थाई शेडनुमा हाल में संचालित हो रहा है। मौके पर कलेक्टर को जानकारी दी गई कि यहां स्कूल भवन तो स्वीकृत हो चुका है पंरतु नदी पार कर निर्माण सामाग्री लाने में यहां दिक्कत का सामाना करना पड़ रहा है। यहां एक शिक्षक और अतिथि शिक्षक के द्वारा अध्यापन कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर ने यहां छात्रो और शिक्षको से अध्यापन के विषय में चर्चा किया और शीघ्र ही स्कूल भवन की निर्माण की दिशा मे कदम उठाने का आश्वासन भी दिया। इस दौरान उपस्थित छात्रो एवं अन्य युवाओं को खेल सामग्री के रूप में वॉलीवाल एवं क्रिकेट किट के अलावा स्पोर्ट टी-शर्ट भी प्रदाय किया गया। कलेक्टर के पीडीएस प्रणाली के संचालन के सवाल पर चर्चा के दौरान तुमड़ीवाल के खास पारा के ग्रामीणो ने बताया कि यहां बसे 45 परिवारों के राशन कार्ड बन चुके है जबकि अन्य बचे 23 परिवारों को स्वीकृति दी गई है। इस पर कलेक्टर ने यह भी कहा कि आंगनबाड़ी, पंचायत एवं स्कूल भवन के निर्माण में स्थानीय ग्रामीणजन के सहयोग एवं समर्थन की आवश्यकता है। अतः ग्रामीणो को भी चाहिए कि वे अपने ग्राम को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए प्रशासन का खुलकर सहयोग करें। मौके पर उन्होने यह भी जानकारी दी कि तुमड़ीवाल ग्राम में विद्युत व्यवस्था के दूरूस्ती करण के तहत 1.50 करोड़ की स्वीकृती दी जा चुकी है और शीघ्र ही ये वनांचल ग्राम रोशनी से जगमगायेंगे।
इस क्रम में कुधूर ग्राम के पटेलपारा के ग्रामीणो ने चर्चा के दौरान कलेक्टर से स्टाप डेम एवं कडे़नार से कुधूर (5 कि0मी0) सड़क तथा बेड़मा से हड़ेली तक सड़क मार्ग से जोड़ने की बात भी कही। इस पर कलेक्टर ने शीघ्र की आरईएस विभाग से परीक्षण करवाकर शीघ्र प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया। ग्रामीण आजीविका के संबंध में कलेक्टर ने कहा कि इस क्षेत्र में चार वृक्षो की अधिकता, एवं चिरौंजी उत्पादन की संभावना को देखते हुए ग्रामीणो को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। चार बीज से चिरौंजी उत्पादन हेतु मशीन भी इस क्षेत्र में लगाई जा सकती है। जो क्षेत्र के ग्रामीणो के आजीविका के प्रबंधन का अच्छा स्त्रोत होगा। इसके साथ ही उन्होने यह भी कहा कि चूकिं इस क्षेत्र में 300 नरेगा जॉब कार्डधारी है अतः वे पूरे उत्साह के साथ पंचायत विभाग की योजनाओं में अपने हिस्सेदारी दर्ज करायें साथ ही औरों को भी प्रेरित करे। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत प्रेम प्रकाश शर्मा, एडीशनल एसपी शोभ राज अग्रवाल, ग्राम सचिव कालीचरण झा, सरपंच तुमड़ीवाल नीलधर कश्यप सहित अन्य ग्रामवासी उपस्थित थे।

Next Story