गोधन योजना का श्रीगणेश हुआ तो लक्ष्मी आई संतोषी समूह की लक्ष्मी के पास
रायपुर। हमारी पूजा का श्रीगणेश गोबरव से बने गणेश जी से होता है और हर शुभ कार्य की शुरुआत गणेश जी की आराधना से ही होती है। आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की कांसाबेल भ्रमण का शुभारंभ भी ऐसे ही हुआ। संतोषी संतोषी स्व सहायता समूह की सदस्य लक्ष्मी और सिमरन ने उन्हें गोबर से बने गणेश जी की प्रतिमा भेंट की। लक्ष्मी ने कहा कि आप हमारे कांसाबेल आए हैं हर शुभ काम की शुरुआत गणेश जी से होती है और पूजा में गोबर से बने गणेश जी रखते हैं इसलिए हमने यह निश्चय किया कि आप को उपहार स्वरूप गोबर से बनी गणेश जी की प्रतिमा देंगे। उसके साथ ही उन्होंने समूह की महिलाओं के द्वारा बना हुआ धूप बत्ती स्टैंड भी मुख्यमंत्री को दिया। मुख्यमंत्री ने महिलाओं की कला कौशल की प्रशंसा की।
महिलाओं ने बताया कि हम लोग गोबर से बनी कला कृतियां बनाते हैं और इन कलाकृतियों को सीमार्ट में बेचते हैं उन्होंने बताया कि 8 महीने में अब तक 42 हजार रुपये की सामग्री बेच चुके हैं। सीमार्ट के आरंभ किए जाने से अब बाजार की चिंता दूर हो गई है जैसे ही सामान खत्म होने की सूचना सीमार्ट के अधिकारियों द्वारा दी जाती है। हम वहां पर स्टॉक पहुंचा देते हैं। समूह के सदस्यों ने बताया कि गोधन की सुंदर कलाकृतियों के निर्माण से धीरे-धीरे उनका हुनर और अधिक निखर रहा है और हुनर के निखरने से इस बात की उम्मीद है कि भविष्य में और भी लाभ हो सकता है। इसके साथ ही वह गोधन से जुड़े अन्य उत्पाद भी बनाएंगे ताकि उनकी आय निरंतर बढ़ सके।
लक्ष्मी ने बताया कि हमारे गौठान में अनेक आजीविकामूलक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है और कोशिश होती है कि हर समूह अलग तरह के उत्पाद बनाएं जिनकी स्थानीय बाजार में अच्छी मांग हो। पहले भी हमारे उत्पाद बिक जाते थे लेकिन इन्हें बेचने के लिए हमें काफी समय देना पड़ता था । अब शासन ने सीमार्ट आरंभ कर दिया है। इससे हमारे उपभोक्ताओं को भी आसानी हुई है और हमें भी आसानी हुई है। अब जो हमें समय मिल रहा है उससे उससे हम अन्य आजीविकामूलक गतिविधियां भी आरंभ कर सकती हैं।