छत्तीसगढ़

युग कोई भी हो, कबीरदास को भुलाया नही जा सकता- भूपेश बघेल

Shantanu Roy
5 Feb 2023 2:12 PM GMT
युग कोई भी हो, कबीरदास को भुलाया नही जा सकता- भूपेश बघेल
x
बलौदाबाजार। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के दामाखेड़ा में माघपूर्णिमा के अवसर पर आयोजित सद्गुरू कबीर संत समागम समारोह में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने दामाखेड़ा के 10 किलोमीटर के दायरे में कोई भी नही स्पंज आयरन उद्योग नही लगाने,एवं पर्यटकों के लिए सर्वसुविधायुक्त धर्मशाला बनाने की घोषणा किए। साथ ही पूर्व में स्वीकृत 22 करोड़ रूपये से अधिक लागत से बनने वाले कबीर सागर के निर्माण कार्य मे तेजी लाने,स्थानीय जीर्ण शीर्ण हुए प्राथमिक शाला भवन का परीक्षण कर आवश्यकता अनुरूप कार्य करनें के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए है। समारोह में मुख्यमंत्री ने पंथश्री हुजूर प्रकाश मुनि नाम साहेब का स्वागत करते हुए उनसे छत्तीसगढ़ की तरक्की और खुशहाली के लिए आशीर्वाद लिया। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू,वन मंत्री मोहम्मद अकबर,भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा,बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा ने भी गुरू का दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।धर्मगुरू पंथश्री प्रकाश मुनि नाम साहेब ने मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी दफा दामाखेड़ा आगमन पर भूपेश बघेल का कबीरपंथी समाज की ओर से आत्मीय स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल से कबीरपंथी हैं। कबीर के सिद्धांत और उपदेश को वे शुरू से मानते हैं। विगत लगभग 22 सालों से मेरा उनसे गहरा नाता है। उन्होने ने संत समागम में पहुंचकर दामाखेड़ा का गौरव बढ़ाया है। साथ ही दामाखेड़ा के आसपास स्थापित हो रहे उद्योगो खासकर स्पंज आयरन एवं बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण पर अपनी चिंता व्यक्त की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कबीरपंथ का छत्तीसगढ़ के जनजीवन में व्यापक प्रभाव है।
इसलिए यहां के लोग शांतिप्रिय है और छत्तीसगढ़ पूरे देश में शांति का टापू बना हुआ है। युग चाहे कोई भी हो सतगुरु कबीरदास जी को भुलाया नही जा सकता,उनके जीवन दर्शन अनमोल है। मैं जब भी प्रकाश मुनि नाम साहेब से मिलता हु तो हर बार कुछ नये जानने को मिलता है। कुछ दिन पहले बेमेतरा में मुलाकत हुई तो हमे साहेब बंदगी साहेब के अर्थों के बारे में जानकारी मिली,ठीक आज भी कबीर के बहुआयामी दर्शन योग, तप,ध्यान एवं अनुराग के बारे में जानकारी मिली। कबीर दास जी कहते है कि व्यक्ति को सरल होना चाहिए। पर आज के समय मे सबसे कठिन है सरल होना। सरल होना है तो गुरु के पास आना ही होगा। गुरूकृपा से ही जीवन धन्य हो सकता है। उन्होंने आगें कहा धर्मनगर दामाखेड़ा कबीरपंथियों की आस्था का एक प्रमुख केन्द्र है। राज्य सरकार यहां के प्राचीन तालाब सहित संपूर्ण दामाखेड़ा के विकास के लिए वचनबद्ध है। ताकि यहां दर्शन के लिए आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालु दामाखेड़ा की मधुर स्मृति लेकर वापस लौटेंगे। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि प्रकाश मुनि नाम साहेब के गद्दी संभालने के बाद देश-विदेश में कबीरपंथ का प्रचार-प्रसार हुआ है। कबीरपंथ सादगीपूर्ण जीवन जीने का एक रास्ता है जिसमें सभी जाति और समाज के लोग इसमें शामिल हैं। उन्होंने कबीर सरोवर के निर्माण में हो रही विलंब के लिए खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अब सभी तकनीकी को दूर कर लिया गया है। हमनें कुछ दिनों पूर्व सम्बंधित ठेकेदार को कार्यादेश जारी कर दिए है। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने अपने उद्बोधन में कहा कि दामाखेड़ा मेला में देश-विदेश के लोग एकत्र होते हैं। गुरूओं का आशीर्वाद इस दौरान उन्हें मिलता है। आज के समय मे जिस तरह देश का वातावरण है। देश के नागरिकों को धर्म एवं जाति के नाम पर लड़ाई जा रही है। उसके जवाब में हमे कबीरपंथी के मार्ग में चलना चाहिए। जो एक ईश्वर को मानते है एवं सबको साथ मे लेकर चलते है। समारोह को क्षेत्रीय विधायक शिवरतन शर्मा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर नवोदित वंशाचार्य उदित मुनि साहेब,गुरूगोसांई भानुप्रताप साहब,विधायक आशीष छाबड़ा, दामाखेड़ा के सरपंच पूर्णिमा पूरन देवांगन,पूर्व सरपंच कमलेश साहू,कलेक्टर रजत बंसल,पुलिस अधीक्षक दीपक झा,डीएफओ मयंक अग्रवाल,अपर कलेक्टर राजेंद्र गुप्ता,सहित जनप्रतिनिधि गण एवं श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
Next Story