छत्तीसगढ़

गोबर की महिमा तुम क्या जानो राम बाबू...

Nilmani Pal
13 May 2023 5:47 AM GMT
गोबर की महिमा तुम क्या जानो राम बाबू...
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ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने अंबिकापुर में कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा केंद्रीय संगठन तय करेगा। यह भी कहा कि यहां सिंहदेव सहित सभी मंत्री काम कर रहे हैं, कोई भी चेहरा हो सकता है। मरकाम को सीएम विरोधी खेमे का माना जाता है। अब तक कांग्रेस मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भाजपा पर निशाना साधती रही है। ऐसे में मरकाम के बयान के बाद भाजपा को मौका मिल गया है। भाजपा ने छह महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए किसी भी नेता को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है। भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने साफ कर दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल रहे मंत्री टीएस सिंहदेव ने यह कहकर संगठन की चिंताएं बढ़ा दी हैं कि पहली बार चुनाव जीतना आसान होता है, लेकिन दूसरी बार चुनाव में जाने से पहले उपलब्धियां बतानी होती है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि भूपेश बघेल का अश्वमेघ यज्ञ हिमाचल के बाद कर्नाटक में विजयी रथ आगे बढ़ रहा है तो इसका मतलब समझ जाए। नहीं तो चुनाव के समय भूपेश का ब्रम्हास्त्र चल जाएगा।

गोबर की महिमा तुम क्या जानो राम बाबू ...

गोधन न्याय योजना ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं की आर्थिक आजादी के नए सोपान गढ़े हैं। योजना के तहत गौठानों में 200 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गोबर खरीदी की जा रही है। गोबर का उपयोग जैविक खाद के अलावा गोबर से पेंट बनाने में किया जा रहा है। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं जुड़ी हुई हैं। प्राकृतिक पेंट निर्माण को बढ़ावा देने के लिए गाय के गोबर से पेंट निर्माण करने की इकाई राज्य के विभिन्न जिलों में स्थापित की जा चुकी है। इसी तरह की गोबर से प्राकृतिक पेंट निर्माण की इकाई कोण्डागांव जिले के मर्दापाल रोड स्थित शहरी गौठान में 26 जनवरी 2023 को शुरू की गई है। यहां 3 महीने में ही 7 हजार 368 लीटर से अधिक पेंट का निर्माण किया जा चुका है। इकाई में स्व-सहायता समूह की 10 महिलाओं द्वारा गोबर से प्राकृतिक पेंट का निर्माण किया जा रहा है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि गोबर की महिमा को सीएम भूपेश से ज्यादा कोई नहीं समझ सकता। क्योंकि चुनाव की घोषणा होते ही गोबर पेंट से वॉल पेंटिंग्स कराने वालों की भीड़ बढ़ जाएगी जो एक ही नारा लिखाएंगे। गोबर की महिमा तुम क्या जानो राम बाबू।

ईडी-आईटी को चुनाव एजेंट नियुक्त करने की सलाह

कांग्रेस नेता और पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने प्रदेश में पिछले एक साल से चल रहे ईडी के कार्रवाई को भाजपा का चुनावी कैम्पेन कहा है। गैर भाजपा शासित राज्यों को अस्थिर करने केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों को दुरुपयोग कर रही है। त्रिवेदी ने ईडी की इस कार्रवाई को प्रदेश की पौने तीन करोड़ जनता का अपमान बताया है। उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहाकि भाजपा समझ रही है कि छत्तीसगढ़ के लोग वोट उसे देने वाले नहीं है। भाजपा अब बौखलाहट की स्थिति में जनता को जबरन परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों को पीछे लगा दी है। जनता में खुसुर -फुसुर है कि त्रिवेदी को तो भाजपा का भी सलाहकार बन जाना चाहिए और उन्हें ईडी और आईटी समेत तमाम ऐसी एजेंसी जो सीधे कार्रवाई कर सकती है उन्हें पोलिंग एजेंट बनाकर चुनावी कैम्पियन शुरू कर देना चाहिए। जिससे मतदाता को ईडी और आईटी से भयजदा होने के बजाय उनसे याराना संबंध बना ले। जिससे उन्हें हर रोज कोई न कोई जनता या जनसेवक चाय पर चर्चा के लिए बुला ही लेगी।

कका के नाम भतीजों की चिट्ठी

चिटफंड निवेशकों ने सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। चिटफंड निवेशकों ने सीएम बघेल को पत्र लिखकर चिटफंड पीडि़तों के लिए निवेशक न्याय योजना शुरू करने की मांग की है। चिटफंड निवेशकों ने सीएम भूपेश बघेल से चिटफंड पीडि़तों के लिए निवेशक न्याय योजना शुरू करने की मांग की और कहा कि योजना बनाकर सरकार पीडि़तों का पैसा लौटाए। निवेशकों ने कहा कि सरकार ने पीडि़तों को पैसा लौटाने का वादा किया था। अगर न्याय योजना बनी तो गरीब मजूदर के पैसे मिल सकेंगे। सरकार की अधिकांश योजना पूरी हुई है इसलिए हम चाहते है कि चिटफंड पीडि़तों को भी लाभ मिले। जनता में खुसुर-फुसुर है कि सभी भतीजों ने चिट्ठी तो लिख दी है, लेकिन अब एक काम और करना चाहिए कि उसे न्याय योजना में शामिल करने के लिए सरकार से पत्र व्यवहार करनी चाहिए । स्वभाविक है कि भतीजों की चिट्ठी का कका हमेशा सम्मान करते है, ऐसे में चिटफंड कंपनियों के निवेशकों को चाहिए कि कका से मांग कर चिटफंड कंपनियों को प्राकृतिक आपदा प्रबंधन में शामिल कर सुरक्षा जैकेट के नाम पर कुछ राशि तत्काल दिलवा दे।

बेटी है तो दुनिया है, मोना का नया सफर

छत्तीसगढ़ी अभिनेत्री एवं केश कला बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष मोना सेन को गोल्डन बुक ऑफ वल्ड रिकॉर्ड से सम्मान मिलने पर सााधुवाद । मोना सेन ने बेटियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रदेश की जनता से संकल्प पत्र भरवाने की अपील की से 60 हजार से अधिक लोगों ने बेटियों के लिए ऑनलाइन संकल्प पत्र प्रस्तुत किए । जनता में खुसुर-फुसुर है कि एक सच्चा कलाकार ही बेटियों को दुनिया बताने के लिए अभिभावकों को प्रेरित कर सकती है। जिसके घर बेटी है, उन्हें सबसे बड़े दान देने का मौका मिलता है और वह है कन्यादान, जिसके दान से सात पीढिय़ां भव से तर जाती

है। इसलिए बेटियों को संस्कारवान बनाएं जिससे दो कुल संवर जाएगी।

दोनों पार्टियों में चल रही फिडबैक लेने की होड़

चुनाव नजदीक है। हर चीज का आंकलन करना है। पार्टी हर चीज को देखेगी। इन्हीं विषयों पर मंत्रियों से चर्चा हुई। खुसुर-फुसुर है कि चुनावी रणनीति में सब कुछ जायज है, इसलिए फिडबैक के नाम पर विधायकों के परफार्मेंस का पता लगा है ताकि वक्त पर चुनाव हो सके। टिकट के नाम पर किसी ने भी कुछ नहीं कहा है। वरिष्ठ बड़े नेताओं को मालूम है कि विधायक के बहाने कार्यकर्ताओं को जोडऩे का है।

फास्ट टैग के जरिए धोखाधड़ी

साइबर अपराधियों ने ठगी के लिए नए-नए नया पैंतरे अपना रहे है। बड़े से बड़े एक्पर्ट और जानकार लोग भी ठगों के आगे फैल है। साइबर अपराधी अब फास्ट टैग के जरिए धोखाधड़ी कर रहे हैं। लोगों को ठगने का साइबर अपराधियों ने नया तरीका ढूंढ लिया है। ताजा मामला रायपुर से सामने आया है, जहां ट्रांसपोर्टर की ट्रक का महाराष्ट्र के एक टोल प्लाजा में टोल टैक्स नहीं कटा तो उसने फास्ट टैग के टोल फ्री नंबर में संपर्क किया। उसके बाद उसे टेक्स्ट मैसेज आया जिसमें दिए गए मोबाइल नंबर पर काल करने के लिए कहा गया। पीडि़त ट्रांसपोर्टर ने दिए गए नंबर पर काल किया तो साइबर अपराधियों ने कहा, उनका फास्ट टैग ब्लाक लिस्ट हो गया है। जालसाज ने ट्रांसपोर्टर से उसके फास्ट टैग को ब्लाक लिस्ट से हटने का झांसा दिया। दो दिन बाद ट्रांसपोर्टर के मोबाइल पर एक मैसेज आया जिसे देख वह सन्न रह गया। दरअसल, बैंक की ओर से आए मैसेज में लिखा था कि उसके अकाउंट से 56 हजार रुपए यूपीआई के माध्यम से ट्रांसफर हो गए। जनता में खुसुर-फुसुर है कि जो ज्यादा होशियारी दिखाता है ठग लोग उसकी रेकी कर इस तरह की ठगी कर फरार हो जाते है। ये साइबर ठग है, जो किसी मनोवैानिक से कम नहीं है। उन्हें पता है कौन सा आदमी कितनी लालच देकर उसे ं ठग जा सकता इसमें ठगों ने पीएचडी कर रखी है।

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