छत्तीसगढ़

शाबाश तेलीबांधा पुलिस...दूसरे थाने वाले भी लें प्रेरणा

Admin2
21 Feb 2021 5:23 AM GMT
शाबाश तेलीबांधा पुलिस...दूसरे थाने वाले भी लें प्रेरणा
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कार से अवैध शराब की सप्लाई, पुलिस ने घेराबंदी कर दो युवकों को पकड़ा

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। रविवार की पार्टी के लिए वीआईपी रोड स्थित होटल में लेकर जा रहे थे, शराब पार्टी रविवार को होती है और उसके एक दिन पहले यानी प्रत्येक शनिवार को वीआईपी रोड स्थित होटलों में शराब सप्लाई की जाती है। राजधानी में पुलिस हर संभव अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है । इसी कड़ी के तेलीबांधा थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस को शाबासी देनी चाहिए जिसने त्वरित कार्रवाई करते हुए 2 युवकों को कार में शराब ले जाते पकड़ा। तेलीबांधा थाना प्रभारी विनीत दुबे ने बताया कि मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर दोनों आरोपी नितेश ठाकुर, सौरभ तिवारी की गाड़ी को रोका गया और गाड़ी से 12 बोतल अंग्रेजी शराब 9 बल्क बोतल जब्त किया गया। दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने आबकारी कार्रवाई की। इस कार्रवाई से अन्य पुलिस थानों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए जिससे नशे के गोरखधंधे शराब, कोकीन, चरस, गांजा, अफीम, हुक्का नशीली दवाई तस्करों और सप्लायरों पर पूरी तरह अंकुश लगाया जा सके।

राजधानी में वीकेंड पार्टियों को लेकर अब तक कोई रोक तो नहीं लग पाई है। शराब के लती लोग नशे में धुत होकर पार्टियों में नाचते है। वीआईपी रोड की होटलों में आए दिन शराब, गांजा, चरस, अफीम, कोकीन जैसे नशीले पदार्थों की खेप पहुंचती है जिसकी जानकारी पुलिस तक को नहीं है। नशे की पार्टी करवाने वाले होटलों के प्रबंधनों को ये पता रहता है कि ये नशे की पार्टी होने वाली है मगर फिर भी इस पार्टी पर कोई रोक नहीं लगाया जाता है। ना पुलिस इस मामले कुछ कर रही है। शहर में ड्रग्स तस्करी मामले में अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। लेकिन फिर भी नशे की पार्टियां अब तक बंद नहीं हुई है। आज नशा पूरे शहर के लिये चुनौती बना हुआ है। काफी पाबंदी के बाद भी लोग इसकी आगोश में आते जा रहे हैं। जिसका सीधा असर युवाओं पर साफ पड़ता दिख रहा है। नशे की समस्या से रायपुर भी अछूता नहीं रहा है। बल्कि यहां तो नशे के व्यापार में महिलाओं का नाम भी खुलकर सामने आ रहा है। शहर में गांजा, अफीम आदि नशे का कारोबार तेजी बढ़ रहा है। जिससे युवा पीढ़ी की गिरफ्त में आती जा रही है। नशे का सेवन कर रहे युवा नशे में डूबते जा रहे हैं। राजधानी में नशे की पार्टी का क्रेज़ एक बार फिर से युवाओं में खुमार बनाकर चढ़ा है। युवाओं में वीआईपी रोड की महंगी होटलों में नजऱे जमी हुई है। और हर दिन यहां हज़ारों युवा पार्टी करने आते हैं।

वीआईपी रोड में युवा नशे में मदहोश

रायपुर में रात भर युवा नशा और पागलपन की हद तक चूर हो जाने के बाद अपनी चमचमाती गाडिय़ों में घर लौट जाते हैं। इन महफिलों की सूचना भी खास-खास लोगों को सोशल मीडिया पर दी जाती है। नशीले पदार्थों एवं सैक्स के एजेंट सक्रिय हैं जो युवा पीढ़ी को ऐसी पार्टियों के लिये आकर्षित करते हैं। नशे की पार्टियां करवाने वाले लोगों में स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं से लेकर बड़े बिजनेसमैन, राजनीतिज्ञों और अफसरों के बच्चे तक शामिल होते हैं। ऐसी पार्टियों में ऊंची पहुंच वाले और पैसे वाले ही जा सकते हैं। आयोजक न केवल एक ही रात में लाखों कमाते हैं बल्कि जो लड़के-लड़कियां अपने ज्यादा दोस्तों को लाते हैं, उन्हें भी मोटी कमीशन दी जाती है। ये रायपुर की रातों को रंगीन बनाने का जरिया बनता जा रहा है। लेकिन ये रंगरेलिया कितने अंधेरों एवं खतरों का कारण बन रही है, इसको सोचना बहुत जरूरी है।

युवाओं को नशे की पार्टी खूब पसंद

यंगस्टर्स और यंग प्रोफेशनल्स इस तरह के पार्टीज को खूब पसंद कर रहे हैं। उनकी वीकेंड पार्टी में यूं तो खाने-पीने से लेकर डांस और मस्ती तक सब कुछ शामिल होता है। युवाओं का कहना है कि वीकेंड पर इन जगहों पर जाने के बाद स्ट्रेस कम हो जाता है। यहां लाइट्स म्यूजिक डांस और ड्रिंक के बीच काम के तनाव को वह भूल जाते हैं। लोग डिस्को जाना, डांस, मस्ती और शराब का इन्ज्वॉय करते हैं। 3,000 से लेकर 10,000 हजार तक यहां एंट्री फीस है। कई डिस्क इसी फीस में से ड्रिक्स सर्व करती हैं तो कई पर ग्लास के हिसाब से। कुछ लोग तो यहां एक रात में अपने ग्रुप के साथ लाखों रूपये लूटा देते हैं। ज्यादातर डिस्क दिल्ली और गुडगाव में हैं। हौज खास में मून साइन, मैच बॉक्स डिस्क जाने वालों के फेवरेट डेस्टिेनेशन हैं।

कई रसूखदार नहीं हुए बेनकाब

ड्रग्स पैडलरों के गिरोह में कई रसूखदार भी शामिल हैं। राजनीति, कारोबार से जुड़े कई लोग बेनकाब नहीं हो पाए हैं। एक सिपाही का भाई भी लगातार फरार चल रहा है। वह भी इस गोरखधंधे में शामिल था। ऐसे कई लोग हैं, जो अपनी राजनीतिक रसूख के चलते पुलिस से बच निकले है। पुलिस उन्हें पकड़ भी नहीं पा रही है।

होटलों में नशे की हो रही पार्टियां

वीआईपी रोड की होटलों में नशे की पार्टी का आयोजन होने लगा है। शनिवार और रविवार की वीकेंड के मौके पर युवाओं ने रात-भर जमकर पार्टी की और नशे में मदहोश होकर झूमते रहते है। सिर्फ होटलों नहीं बल्कि रेस्टोरेंटो, ढाबों और क्लबों में भी नशे की पार्टी आयोजित की जाती है। वहां चोरी छिपे शराब पिलाने के साथ अफीम-डोडा और गांजा भी उपलब्ध कराया जाता है। ढाबे में ज्यादातर ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोग या बड़ी गाडिय़ां चलाने वाले आते हैं। घरों से बाहर रहकर पढऩे वाले भी कई छात्र-छात्राएं अक्सर ढाबे में नशा करने ही पहुंचते है। नशे के सौदागर भी युवतियों में नशे का ट्रेंड देखकर ही अफीम, ड्रग्स बेचने के लिए महिलाओं और युवतियों का सहारा लेते है।

नशे की वीकेंड पार्टी बनी एनिमल पार्टी

राजधानी में ड्रग्स लेने वाले रसूखदारों के लिए ड्रग्स पैडलर हर वीकेंड में एक खास तरह की पार्टी आयोजित करते थे। इसे ड्रग्स पैडलर एनीमल पार्टी कहते थे। इसमें लगातार दो दिन तक कोकिन का नशा किया जाता है और नशे में ही जानवरों की तरह एक्टिंग करते हुए झूमते रहते थे। इस तरह की पार्टी किसी होटल या क्लब के अलावा रसूखदारों के आउटर के फार्म हाउस में आयोजित किया जाता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसमें केवल खास ग्राहक शामिल होते थे और दो दिन में ही 10 से 20 लाख रुपए तक का कोकिन खप जाता था। और यह पार्टी केवल शनिवार और रविवार को रखते थे। इसमें रायपुर के अलावा दूसरे शहर के लोग भी शामिल होते थे। इसमें राजनीति से जुड़े कई सफेदपोशों के रिश्तेदार भी शामिल होते थे।

पुलिस यह भी करे

वीआईपी रोड की होटलों में बदस्तूर जारी है वीकेंड पार्टी के लिए नशीले पदार्थ की सप्लाई

ड्रग्स पैडलरों की एनिमल पार्टी में कोकिन के नशे में नशेड़ी जानवरों की तरह करते है एक्टिंग

सफेदपोशों के मुंहलगे छुटभैया नेताओं के परिवार के लोगों का है सिंडीकेट 0 वीकेंड पार्टी यानी थकान उतारने खाने-पीने से लेकर डांस-मस्ती सब कुछ शामिल

3,000 से लेकर 10,000 हजार तक एंट्री फीस, ऑनलाइन इनविटेशन

पुलिस को ये जांच करना चाहिए की सप्लाई के पीछे कौन है

करोड़ों की शराब का स्टॉक कहां है ये पुलिस को पता करना चाहिए।

इस तस्करी के पीछे किसका हाथ है ये भी पुलिस को पता करना चाहिए।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने जिन दो युवाओं को विदेशी शराब के साथ पकड़ा है वो वीआईपी रोड के होटलों में ही शराब छोडऩे जा रहे थे।

पुलिस की ये जांच का विषय है कि गाड़ी में शराब किसका था और कहां खपाने ले जाया जा रहा था ?

अब सवाल ये उठता है कि ड्रग्स तस्करी चेन जो कि पुलिस तोड़ चुकी है उसके बाद भी नशे की पार्टियां कैसे आबाद है ?

सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार जो युवा गाड़ी में शराब के साथ पकड़ाए है उनकी 10, 12 युवाओं का गैंग है जो वीआईपी रोड के होटलों में शराब देने जाते है?

अब पुलिस की ये जांच का विषय है कि वीआईपी रोड की होटलों में शराब कहां से आ रहा है और कितनी मात्रा में आ रहा है ?

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