काले कपड़े पहन कर बीजेपी नेताओं ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस, जानें क्यों?
रायपुर। भाजपा ने निगम, मंडलों में की गई नियुक्तियों का काले कपड़े पहन कर विरोध किया है। काले कपड़े पहन कर भाजपा महामंत्री केदार कश्यप, लता उसेंडी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने संयुक्त पत्रकार वार्ता की। एकात्म परिसर में हुई चर्चा में नेताओं ने आरक्षण की कटौती के लिए जिम्मेदार के पी खांडे को अजा आयोग का अध्यक्ष बनाये जाने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि दीवाली का तोहफा नहीं बल्कि आदिवासी समाज का अपमान है। सरकार ने के पी खांडे को पुरस्कृत किया है। खांडे ने ही याचिका लगा कर आदिवासी समाज का आरक्षण कम कराने का काम किया।कांग्रेस समाज को आपस मे लड़ाने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि इसके पहले पिछड़ा वर्ग का आरक्षण कम कराने वाले कुणाल शुक्ला को पद दिया गया था। कांग्रेसी अंग्रेजों के वंशज हैं इसलिए फुट डालो शासन करो की नीति पर चल रही है। कांग्रेस एक तरफ तो नौटंकी कर रही है वही दूसरे तरफ ऐसे याचिकाकर्ताओं को पद दे रही है। आरक्षण के मामले में सरकार ने बड़ी साजिश की है, क्योंकि याचिका कर्ता और बचाव पक्ष(सरकार) दोनों एक थे। पहले रिस्पॉन्डर (बचाव पक्ष) आरक्षण कटौती नहीं चाहता था, लेकिन सरकार में बचाव पक्ष और याचिका कर्ता दोनों एक हो गए हैं।
भाजपा नेताओं ने कहा कि पिटीशनर और रिस्पॉन्डर दोनों एक थे एक मत हो कर काम किया। इसलिए आरक्षण 32 प्रतिशत से घट कर 20 प्रतिशत हो गया। इसलिए कांग्रेस जिम्मेदार है। अजा आयोग का अध्यक्ष बना कर के पी खांडे को उस बात का पुरस्कार दिया गया है। निगम मण्डल में नियुक्तियां आरक्षण को लेकर सरकार की नीयत दर्शाती है।