छत्तीसगढ़

कमजोर धाराएं, फटाफट जमानत से सटोरियों के हौसले बुलंद...

Nilmani Pal
19 Oct 2020 6:17 AM GMT
कमजोर धाराएं, फटाफट जमानत से सटोरियों के हौसले बुलंद...
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प्रदेश में सट्टा-जुआ की कमजोर धाराओं का सटोरिए और जुआरी बेजा फायदा उठा रहे है

> कार्रवाई बेअसर-पुलिस हलाकान, सख्त कानून की जरूरत

> आलू और नत्थानी के गुर्गों का है सटोरियों और जुआरियों, नशेडिय़ों का बड़ा नेटवर्क

जसेरि रिपोर्टर । रायपुर। प्रदेश में सट्टा-जुआ की कमजोर धाराओं का सटोरिए और जुआरी बेजा फायदा उठा रहे है। जिसके चलते आलू और नत्थानी एंड नत्थानी खुलेे आम सट्टा-जुआ चलाने के बाद भी कमजोर धाराओं के चलते पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके है। जबकि सभी जानते है कि प्रदेश में आईपीएल हो या न हो सट्टा और जुआ के साथ बेरोजगारों को कर्ज देकर नशेडिय़ों को गांजा, कोकीन पहुंचाने के लिए मोटरसाइकिल देकर कोरियर ब्वाय बना उन्हें भी फ्री में सुट्टा लगवाकर बेगारी करवा रहे है। यानी सट्टा पट्टी लिखवाने का काम सौंप पर कमीशन के काम से लगा दिया है। सबसे बड़ी बात यह है कि सट्टा जुआ की कमजोर धाराओं से पुलिस को भी सट्टा-जुआ पकडऩे के बाद तत्काल जमानत देकर छोडऩा पड़ता है और यहीं कारण है कि सटोरियों और जुआरियों को बार-बार कानून तोडऩे का मौका मिल जाता है। या यो कहे कि हैसला बढ़ाता है।

पुलिस तो समाज से इस लाइलाज बीमारी का जड़ से नेस्तानबूत कर देना चाहती है, लेकिन कमजोर धाराओं के चलते थाने से ही जमानत पर छोडऩा पड़ता है। राजधानी में सट्टे के कारोबारियों ने सट्टा खिलाने का एक बड़ा ही नया और नायब तरीका ढूंढ निकाला है, अब सट्टेबाज सट्टा-पट्टी नहीं काट रहे बल्कि ऑनलाइन एप पर पैसों का लेन-देन कर सट्टा खिला रहे है। आईपीएल सीजन का रोमांच प्रारंभ हो चुका है। साथ ही मैच में लगने वाले सट्टा व्यापार भी चरम सीमा पर है। शहर की पुलिस भी कोई कसर नहीं छोडऩा चाह रही है। रायपुर शहर में आए दिन सट्टेबाज और जुआरी पकड़े जा रहे है मगर उसके बाद भी ये लोग अपने अवैध कारोबार को बंद नहीं कर रहे है। शहर में आए दिन सट्टा खिलाने के आरोप दर्जनों को पुलिस गिरफ़्तार कर रही है मगर इनकी गिरफ़्तारी का कोई खास असर रायपुर में नहीं दिख रहा है उसका एक ही कारण है ऑनलाइन एप्लीकेशन के जरिए सट्टा खिलाया जाता है।

पुलिस की हर कोशिश के बाद भी सटोरियों और जुआरियों पर लगाम नहीं लग रहा है। सट्टेबाज मोबाइल में ऑनलाइन खेल के नाम पर सट्टा खिला रहे है। जिसमें प्रतिभागी कम से कम सौ रुपए लगाकर एंट्री करता है। इसके अलावा कंपनी की ओर से कुल राशि में से अस्सी फीसदी राशि इनाम के रूप में बांट दी जाती है और शेष बीस फीसदी कंपनी खुद रख लेती है। कंपनी इस बीस फीसदी राशि पर ही जीएसटी दे रही है। ऑनलाइन गेम में प्रतिभागी दोनों टीम के खिलाडियों को चुनते हैं। ऐसे में इसे सट्टा माना जा सकता।

सट्टेबाजों के लिए बने कई ऑनलाइन एप और एप्लीकेशन : आइपीएल मैच के दौरान हाईटेक क्रिकेट सट्टा खिलाया जा रहा है। अलग-अलग नाम से चल रहे आनलाइन गेम के जरिए सटोरिए मोबाइल पर दांव लगवा रहे हैं। यह पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है। सटोरियों ने आइपीएल पर सट्टा खिलाने के लिए एक अलग से एप भी बनाया है। प्रतिबंधित पब्जी एप एक्सचेंज के अलावा कई अन्य एप के जरिए भी सट्टा खिलाया जा रहा है। वहीँ दूसरी तरफ आइपीएल मैच शुरू होते ही रायपुर पुलिस ने सटोरियों की धरपकड़ शुरू कर दी है।

आईपीएल क्रिकेट में सट्टा खिलाते 3 आरोपी गिरफ्तार

राजधानी पुलिस आइपीएल मैच शुरू होने के साथ ही एक्शन मूड में है। साइबर सेल प्रभारी रमाकांत साहू के नेतृत्व में थाना आजाद चौक की एक विशेष टीम का गठन करके मुखबिर की बताई जगह में छापामार कार्रवाई की। इस पर टीम ने मुखबिर द्वारा बताए स्थान पर आइपीएल मैच के दौरान लाइन लेकर क्रिकेट सट्टा खिलाते राहुल खत्री, कुशल जैन और राकेश मेघानी को रंगे हाथ पकड़ा। पूछताछ में उक्त आरोपितों ने लाइन लेकर क्रिकेट सट्टा खिलाना स्वीकार किया। पूछताछ में उक्त आरोपियों द्वारा लाईन लेकर क्रिकेट सट्टा खिलाया जाना स्वीकार किया गया। जिस पर आरोपी राहुल खत्री, कुशल जैन एवं राकेश मेघानी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से नगदी 33,500/- रूपये, 03 नग मोबाईल फोन, 01 नग लैपटॉप तथा लाखों रूपये की सट्टा-पट्टी का हिसाब जप्त किया जाकर आरोपियों के विरूद्ध थाना आजाद चैक में अपराध क्रमांक 230/20 धारा 4क जुआ एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया तथा आरोपियों के विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही किया गया। आरोपियों के विरूद्ध पृथक से प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत् भी कार्यवाही किया गया।

सट्टा कारोबार में 10 लाख तो शो मनी

सट्टा कारोबार जिले के आसपास के क्षेत्र में फल फूल रहा है। राजधानी में सट्टा खाईवालों की फौज खड़ी हो गई है। सूत्र बताते हैं कि शहर में कई ऐसे स्थान हैं, जहां शाम होते ही महफिल सज जाती है। माना जा रहा है कि राजधानी में रोजाना लाखों रुपये का सट्टा और जुआ खेला जा रहा है। सूत्रों की मानें तो राजधानी में कई ऐसी जगहों में जुआ संचालित हो रहा है, जहां पांच से 10 लाख रुपये शो मनी रखी गई है। सटोरियों को लाइन देने वालों को यह जानकारी पहले से होती है। खाईवाल तीन सेशन में बांटकर दांव लेते हैं। पहला सेशन एक से छह ओवर में कितना रन बनेगा। दूसरा 12 ओवर और तीसरा 20 ओवर में टीम के कितने रन बन सकते हैं। इसके अलावा हर गेंद, हर ओवर, बल्लेबाज, गेंदबाज के पर दांव लिया जाता है।

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