छत्तीसगढ़

हम अल्फाज़ों को ढूंढते रहे और वो आंखों से गजल कह गए

Nilmani Pal
7 July 2023 7:00 AM GMT
हम अल्फाज़ों को ढूंढते रहे और वो आंखों से गजल कह गए
x

ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ प्रवास की तैयारियों की दृष्टि से प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के मोर्चों की संयुक्त बैठक में प्रदेश अध्यक्ष साव ने कहा कि हमारा कार्यक्रम ऐसा हो कि अपने कार्यकर्ता आगामी विधानसभा चुनाव में जीत का विश्वासपूर्ण संदेश लेकर जाएं सोशल मीडिया का सदुपयोग करें और भाजपा की विचारधारा से युवाओं को जोडऩे कॉलेज, कोचिंग सेंटर और खेल मैदानों तक पहुंचे। बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी जनता से सीधा संवाद करता चाहते हैं। जनता में खुसुर-फुसुर है कि पीएम साहब में ठीक ही सोचा है। क्योंकि पिछले साढ़े चार से छत्तीसगढ़ में भाजपा जागी नही,ं और उनसे चुनावी रणनीति के बारे में बात करेंगे। वो तो सभी मोदी जी को देख रहे है कि माहौल बन जाए और नैया पार हो जाए। जनता से सीधे बात करेंगे तो कुछ न कुछ रस तत्व बाहर आएगा ही। जो चुनाव में च्यवनप्राश का काम करेगा। भाजपाई तो अपने ही लोगों में जोगी की तलाश कर रहे है। जो हमको आगे बढ़ा कर खुद किंगमेकर की भूमिका निभाए। किसी ने ठीक ही कहा है, हम अल्फाज़ों को ढूंढते रहे और वो आंखों से गजल कह गए।

नीम डारा असन हमन ल खोंच दे हवय

रायपुर जिले के कोसरंगी ग्राम सहित रायपुर जिले की चयनित ग्रामीण उद्योग पार्को (रीपा) में हरेली तिहार को पारंपरिक रूप से मनाने के लिए एक अनूठी पहल की जा रही है। रीपा में गेड़ी एवं पूजा थाली का निर्माण किया जा रहा है। जिसे आमजन बाजार में खरीद सकेंगे और हरेली तिहार का उत्सव मना सकेंगे। वर्ष 2020 में हरेली पर्व के ही दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की शुरूआत की थी जो केवल 03 वर्षों में अपनी सफलता को लेकर अन्य राज्यों के लिए नजीर बन गई है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि तिहार पर कही सूखा तो कही हरियाली का नजारा देखने मिलेगा। नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे संविदा कर्मियों सरकार का कहना है कि सरकार ने तो हमें हरेली के नीम की तरह गेट के बाहर खोंच दिया है। चुनाव से पहले नियमितीकरण की घोषणा कर दे तो हमारे जीवन में भी हरेली की हरियाली छा जाएगी जो वास्तविक हरेली होगी। नहीं तो हम नीम डारा टाइप घर के गेट में सूखते पड़े रहेंगे।

आत्मानंद में परमानंदों की चांदी

कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरेे जनचौपाल में आत्मानंद स्कूल में शिक्षक भर्ती और बच्चों के प्रवेश को लेकर अजीृ-अजीब शिकायत मिले है। आमजनों की समस्याएं सुनने के दौरान कलेक्टर ने त्वरित निराकरण के आदेश भी दिए। संतोषी नगर निवासी रीतु टंडन ने गड़बड़ी की आशंका जाहिर करते हुए बताया कि रायपुर जिले में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालन समिति द्वारा आयोजित सहायक शिक्षक (अनु.जनजाति) के लिए आयोजित साक्षात्कार में वह शामिल हुई थी। 11 लोग साक्षात्कार में उपस्थित थे। इस सूची में कुछ ऐसे नाम शामिल है जो संभवत: पूर्व की सूची में वह नाम शामिल नहंीं थे। जनता में खुसुर-फुसुर है कि आत्मानंद स्कूल में चाहे बच्चों के प्रवेश के मामले हो या शिक्षकों की नियुक्ति का मामला हो आत्मानंद नाम के अनुसार ही आत्मानंद से जुड़े पार्षदों और शिक्षा विभाग के अधिकारी और लोकल नेताओं के कोटे के बाद ही आम आदमी के बच्चों को स्थान मिलता है। यहां तो सभी परमानंद से कम नहीं है।

जनता किसे माने सिंगल यूज प्लास्टिक

राज्यपाल ने प्रदेश वासियों सहित देशवासियों से अपील की है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का प्रण लें और इस धरती को और बेहतर बनाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करें। राजभवन में उपयोग होने वाली किसी भी सामग्री के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े के थैले या जूट के थैले इस्तेमाल किए जाए। प्रकृति हम सबका संरक्षण करती है अत: प्रकृति को बचाए रखने के लिए छोटे-छोटे कदम आवश्यक हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का प्रण लें और इस धरती को और बेहतर बनाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करें।जनता में खुसुर-फुसर है कि भाजपा और कांग्रेस के नेता सिंगल यूज प्लास्टिक की तरह हो गए है। जनता को समझ नहीं आ रहा है कि किसे सिंगल यूज समझे और किसे कपड़े का थैला समझे।

बेराजगारी भत्ते ने जगाया आत्मविश्वास

राज्य सरकार द्वारा बेराजगारी भत्ता योजना लागू होने के बाद वह अब बिना फ्रिक के बेरोजगार प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर पा रही है। वन विभाग और कर्मचारी चयन आयोग के अंतर्गत भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन किया है। साथ ही तैयारी के लिए जरूरी पुस्तकें भी खरीदी हैं। साथ ही बेफिक्र होकर आगे की पढ़ाई जारी रख प्रतियोगी परीक्षा पास करने का भी आत्मबल मिल रहा है। अभी तक 3678 हितग्राहियों को पिछले 3 महीनों में 2 करोड़ 39 लाख 85 हजार रुपए की राशि वितरित की जा चुकी है। 90 से अधिक हितग्राहियों का प्रशिक्षण सत्र भी जारी है। 60 से अधिक हितग्राहियों को निजी क्षेत्र में जॉब भी ऑफर किया जा चुका है। जनता में खुसुर-फुसर है कि जब-जब चुनाव नजदीक होता है तो बेरोजगारों का आत्मविश्वास बढ़ ही जाता है। लोगों को लगता है कि रैली-जुलूस और पोस्टर बैनर लगाने वाला रोजगार मेला आ गया है। सभी लोग अपने-अपने मड़ई लेकर चुनाव मड़ई में शामिल होंगे। और एक दूसरे से पूछेंगे तोर तिर के ठन मड़ई।

सिलेंडर वाला बाबा

छत्तीसगढ़ में भी आम जनता को 500 रुपए में सिलेंडर मिलने को लेकर संकेत दे दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ में घोषणा के लिये यह मास्टर कार्ड रखना पड़ेगा। घोषणा समिति में सब आएगा। इससे साफ जाहिर है कि विधानसभा चुनाव में जीत के बाद जब दोबारा कांग्रेस की सरकार आएगी तो जनता को 500 रुपए में सिलेंडर मिल सकता है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि यदि चुनाव घोषणा समिति में टीएस सिंहदेव होंगे तो तय मानिए सीएम का कहा सच होगा। वैसे भी हाईकमान ने राजा को आगे बढ़ाकर चुनावी चाल चल दिया है। अब तो चेक वालों को अपनी गोटी बचाना होगा।

किसका फायदा

छत्तीसगढ़ सरकार ने भारतीय वन सेवा के नौ अधिकारियों के तबादले कर चुनावी गणित बैठा लिया है। वी.शेट्टेपनावर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (उत्पादन) प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय, अरुण कुमार पांडेय मुख्य वन संरक्षक (विकास योजना) एवं सदस्य सचिव जैव विविधता बोर्ड, ओपी यादव अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (संरक्षण) से मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कैंपा, राजेश कुमार पांडेय मुख्य वन संरक्षक (इको टूरिज्म) से मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) एवं परियोजना संचालक इंद्रावती टायगर रिजर्व, एसपी पैकरा मुख्य वन संरक्षक (बांस) मिशन से प्रभारी अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (संरक्षण), बीपी सिंह मुख्य वन संरक्षक दुर्ग से मुख्य वन संरक्षक (सर्तकता, शिकायत) प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय, एस. वेंकटाचलम मुख्य वन संरक्षक (बास मिशन) के.मैचियो वन संरक्षक (सर्तकता) से प्रभारी मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) एवं क्षेत्रीय निदेशक, उदंती-सीतानदी व दिलराज प्रभाकर वन संरक्षक (विकास-योजना) से प्रभारी मुख्य वन संरक्षक दुर्ग होंगे।जनता में खुसुर-फुसुर है कि आखिर किसको ज्यादा फायदा हुआ सरकार को या अधिकारी को।

Next Story