सुकमा-मलकानगिरी के बीच झापरा सड़क पर भरा पानी, ओडिशा से संपर्क टूटा
रायपुर। पिछले 72 घंटे से बस्तर संभाग में हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। जगदलपुर में इंद्रावती नदी खतरे के निशान (8.3 मीटर) से करीब डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है। मंगलवार सुबह आठ बजे यहां जलस्तर 9.89 मीटर तक पहुंच गया था। इसके कारण नगरनार क्षेत्र के नदी किनारे के गांव नदी बोड़ना, भेजापदर, बस्तर ब्लाक में बोदरा, भैसगांव पानी से घिर गए हैं। बीजापुर जिले में महाराष्ट्र और तेलंगाना को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग सोमवार से है नदी-नालों में बाढ़ से बंद हैं।
इंद्रावती खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है
सुकमा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर कोंटा-चेट्टी के बीच वीरापुरम, इंजरम, डुब्बाटोटा, सुकमा में थाना के पास सबरी नदी व उसके सहायक नालों का जलस्तर बढ़ने से पानी भर गया है। इस कारण जगदलपुर-सुकमा, सुकमा-कोंटा, कोंटा-चेट्टी का सड़क संपर्क कट गया है। आंध्रप्रदेश, तेलंगाना से संपर्क बाधित है।
सुकमा-मलकानगिरी के बीच झापरा के पास सड़क में पानी भरने ओडिशा का रास्ता भी बंद है। सैकडों वहां मार्ग में फंसे हुए है। सबरी नदी कोंटा में 13 मीटर के जलस्तर के करीब पहुंच गया है। राहत की बात यह है कि किरंदुल- कोत्तावालसा रेलमार्ग सोमवार देर शाम खुल गया है इससे रेल आवागमन शुरू हो गया है। सोमवार सुबह किरंदुल रेल सेक्शन में काकलूर-डाकपाल स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से रेल आवागमन बंद था।