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दिल्ली। मान-सम्मान. यही तो भारत की रीत है. हिंदुस्तान की मिट्टी की पहचान है. सदियों से उसी के लिए तो जाना जाता रहा है भारत. भारत की उसी पहचान ने अब इस देश बैडमिंटन टीम से जुड़े विदेशी कोच मैथियास बो (Mathias Boe) का दिल जीत लिया है. वो हैरान हो गए थॉमस कप (Thomas Cup) जीतने वाले भारतीयों का सम्मान देखकर. दंग रह गए भारत के PM मोदी (PM Modi) का उनके प्रति स्नेह और लगाव देखकर. खुद से सवाल किया आखिर एक देश का PM ऐसा कैसे कर सकता है? मैं भी तो किसी देश का खिलाड़ी था, फिर मेरे देश के PM ने मेरे साथ ऐसा क्यों नहीं किया?
भारत के मेंस डबल्स बैडमिंटन टीम के कोच मैथियास बो के उठाए इन सवालों से हिंदुस्तान और डेनमार्क के बीच का अंतर भी लगभग साफ हो गया है. मैथियास बो को ये समझना होगा ये भारत है. यहां उगते सूरज को भी नमन किया जाता है और डूबते सूरज को भी प्रणाम. फिर भारतीय बैडमिंटन के ये खिलाड़ी तो 73 साल का इतिहास बदलने वाले हैं. थॉमस कप में पहली बार तिरंगा लहराने वाले हैं.