प्रदेश का आदर्श गौठान बनेगा ग्राम अंजोरा का वृंदावन गौठान
राजनांदगांव। मुख्यमंत्री के विशेष सचिव तथा राज्य नोडल अधिकारी गोधन न्याय योजना डॉ. एस भारतीदासन ने आज राजनांदगांव विकासखंड स्थित ग्राम अंजोरा के वृंदावन गौठान का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां वर्मी कम्पोस्ट, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना अंतर्गत वृक्षारोपण मछलीपालन, सामुदायिक बाड़ी में गेंदा, पपीता, अमरूद तथा केले की खेती का अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि स्वसहायता समूह की महिलाओं तथा गौठान समिति की वर्षभर आय होते रहनी चाहिए ताकि वे स्वावलंबी बन सके। उन्होंने गौठान की सामुदायिक बाड़ी में मल्चिंग विधि से किए जा रहे गेंदे की खेती, केला तथा पपीते की खेती की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अंजोरा गौठान में अच्छा कार्य हुआ है और यह प्रदेश का एक आदर्श गौठान बनेगा। गेंदे के फूल की मंदिरों में पूजा, शादी-विवाह जैसे विभिन्न अवसरों पर जरूरत होती है, इसके लिए मार्केट लिंकेज करने की आवश्यकता है। यहां की सब्जियां महाराष्ट्र, रायपुर में विक्रय के लिए भेजी जा सकती है। योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए वर्ष 2022 तक गौठान को स्वावलंबी बनाएं तथा पौधरोपण का कार्य पूर्ण कराएं। वर्षभर के लिए समूह की महिलाओं का के कार्यों का कैलेण्डर बना होना चाहिए ताकि साल भर वहां मल्टीएक्टीविटी चलती रहे। जिसके अनुसार समूह की महिलाएं कार्य कर सकती हैं। होली के लिए गुलाल की जरूरत होती है, इसके तीन महीने पहले तैयारी शुरू कर सकते है। इसी तरह दीपावली के तीन माह पहले दीया एवं अगरबत्ती निर्माण कार्य किया जा सकता है। गौठान अब शीघ्र ही आजीविका गुढ़ी भी बनेगा। शासन द्वारा कोदो, कुटकी को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां भी महिलाओं को मिनी राईस मिल दिए जाने के संबंध में विचार किया जा सकता है उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं से बातचीत की। समूह की महिलाओं ने बताया कि उन्हें वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय की लाभांश राशि मिल गई है और वे यहां कार्य करने से बहुत खुश है। राज्य नोडल अधिकारी गोधन न्याय योजना डॉ. एस भारतीदासन ने समूह की महिलाओं को अच्छे से कार्य करने के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने गोधन न्याय योजना के तहत किए गए गोबर खरीदी तथा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के संबंध में जानकारी ली।
राज्य नोडल अधिकारी गोधन न्याय योजना डॉ. एस भारतीदासन को समूह की महिलाओं ने बताया कि नीमास्त्र, ब्रम्हास्त्र, आग्नेयास्त्र जैसी कीटनाशक दवाईयों का निर्माण किया गया है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग के लिए किसानों का रूझान बढ़ा है। उन्हें रासायनिक खाद के नुकसान के बारे में भी बताया जा रहा है। डॉ. एस भारतीदासन ने कहा कि गौठान में 800 मवेशी रहेंगे, उसके लिए पानी, चारा एवं आवश्यक देखभाल की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। मवेशियों को होने वाली बीमारी तथा उनकी देखरेख की मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि डेढ़ एकड़ बाड़ी में सब्जियां लगाएं और डेढ़ एकड़ बाड़ी में चारागाह लगाएं। उन्होंने समूह की महिलाओं के मशरूम उत्पादन तथा बांस से बने हुए नाव, लालटेन जैसे हस्तशिल्प का अवलोकन किया। वहीं दीपावली के अवसर पर दीया के लिए ऑर्डर मिला है। श्री भारतीदासन ने कहा कि ग्रामवासियों को पैरादान करने के लिए प्रोत्साहित करें। जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर ने उन्हें बताया कि गौठान में समूह की महिलाओं के कार्य करने का क्षेत्र अलग किया गया है। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन, मशरूम पालन एवं सब्जी उत्पादन किया जा रहा है। इसके साथ ही यहां सिलाई मशीन का प्रशिक्षण देने का कार्य भी आरंभ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समूह की महिलाओं द्वारा 26 एकड़ में गौठान का निर्माण किया गया है तथा अलग-अलग कार्यों के लिए विभाजन किया गया है। महिलाओं के लिए शेड का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 369 गौठान है जिनमें से 101 गौठान स्वावलंबी बनने की ओर अग्रसर है।
राज्य नोडल अधिकारी गोधन न्याय योजना डॉ. एस भारतीदासन ने मोखला के गौठान का भी निरीक्षण किया। उन्होंने वहां नेपियर घास कटवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हरा चारा डेयरी वालों को विक्रय करें। उन्होंने पशुपालन विभाग के उप संचालक डॉ. राजीव देवरस से कहा कि गौठान में मुर्गीपालन को बढ़ावा दें इससे समूह की महिलाओं को फायदा होगा। उन्होंने जिले के 160 गौठानों में मुर्गी पालन का कार्य करने के निर्देश दिए। डॉ. एस भारतीदासन ने समूह की महिलाओं के आजीविका संवर्धन के लिए जिला पंचायत, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक गौठानों को मल्टीएक्टीविटी सेंटर के रूप में तैयार किए जाने हेतु अधिक से अधिक गतिविधियों का संचालन किए जाने प्रत्येक गौठान के साथ बाड़ी एवं चारागाह का निर्माण किए जाने तथा मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप गौठान में कार्यरत महिला समूह की आय में अधिक से अधिक वृद्धि किए जाने हेतु दिशा-निर्देश दिए। जिले में चल रहे कार्यों के संबंध में जानकारी प्राप्त कर समीक्षा की गई।