स्वयंसेवी घर घर जाकर कर रहे सहयोग, आवेदकों तक पहुंचाया राशन कार्ड
कोण्डागांव। जिले में प्रशासन द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से युवोदय चौम्प कोंडानार अभियान संचालित किया जा रहा है। जिसके तहत हर गांव में युवोदय स्वयंसेवकों को नियुक्त किया गया है। यह स्वयंसेवक शासन प्रशासन के विकास कार्य एवं योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं साथ ही यह गांव से जुड़ी समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचा कर लोगों को लाभान्वित करने का कार्य भी कर रहे हैं। जिसका सुखद परिणाम देखने को मिल रहा है, जहां अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित ग्राम बेचा, किलम, बुरगुम, कड़ेनार, नेडवाल एवं डोडेम में प्रशासन द्वारा आयोजित जन समस्या निवारण शिविर में प्राप्त आवेदनों के अनुसार राशन कार्ड बनाने की मांग ग्रामीणों द्वारा की गई थी। जिसके बन जाने के पश्चात भी गांव की मुख्यालय से दूरी अधिक होने तथा दुर्गम रास्तों के कारण ग्रामीणों द्वारा अब तक राशन कार्ड प्राप्त नहीं किया गया था। जिस पर युवोदय स्वयंसेवी प्रकाश बागड़े, मनीषा बघेल तथा रजबती बघेल को खाद्य अधिकारी हितेश मानिकपुरी द्वारा राशन कार्ड के संबंध में जानकारी दी गई। जिस पर युवोदय चौम्प कोंडानार के स्वयंसेवियों द्वारा इसका बीड़ा उठाते हुए बेचा पहुंच मार्ग में बारिश के कारण उफनती नदी को राशनकार्डों को भीगने से बचाते हुए सुबह सुबह घने कोहरे में पैदल नदी पार कर ग्रामीणों को राशन कार्ड पहुंचाया गया।
इसमें उन्होंने बेचा, किलम, बुरगुम, कड़ेनार, नेडवाल एवं डोडेम के 10 ग्रामीणों को राशन कार्ड पहुंचाया गया। इसके लिए सरपंच एवं ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा एवं युवोदय चौम्प के स्वयंसेवियों को धन्यवाद दिया। ज्ञात हो कि जिला प्रशासन एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में 10 दिसंबर को युवोदय चौम्प कोंडानार अभियान की शुरुआत की गई थी। जिसके लिए ऑनलाइन आवेदनों के माध्यम से स्वयंसेवियों को आमंत्रित किया गया था। इसके पश्चात इन्हें बाल सुपोषण, मानसिक स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य तथा गर्भवती माताओं की देखभाल संबंधी प्रशिक्षण के साथ विभागीय योजनाओं के संबंध में भी जानकारी दी गई। यह स्वयंसेवी गांव-गांव में प्रशासन को गांव की समस्याओं के संबंध में जानकारी देते हुए शासकीय योजनाओं के प्रसार में भी सहायता कर रहे हैं ताकि ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।