छत्तीसगढ़

उत्तरप्रदेश में विस चुनाव छत्तीसगढ़ पैटर्न से लड़ा जाएगा

Nilmani Pal
24 Oct 2021 5:15 AM GMT
उत्तरप्रदेश में विस चुनाव छत्तीसगढ़ पैटर्न से लड़ा जाएगा
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रायपुर (जसेरि)। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तरप्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को छत्तीसगढ़ पेटर्न पसंद आया है। आगामी विधानसभा चुनाव इसी तर्ज पर लड़ा जाएगा और घोषणापत्र की पृष्ठभूमि भी किसान, बिजली, रोजगार, किसान कर्ज माफी का मुद्दा घोषणा पत्र में शामिल होगा। उत्तरप्रदेश में अगले वर्ष चुनाव की शुरूआत कांग्रेस ने कर दी है।प्रियंका गांधी ने कहा कि जिस तरह छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार किसानों से सबसे अधिक समर्थन मूल्य पर धान खरीद रही है उसी तरह उत्तरप्रदेश में गेहूं-धान खरीदेंगे। कोरोना काल में छोटे व्यापारियों को बिना कमाई के बिजली बिल भरने पड़े इसलिए हमने कोरोना काल में बिजली बिल माफ करने का फैसला लिया है। उत्तरप्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव से पहले अपनी प्रतिज्ञा यात्राओं के जरिए महिलाओं, किसान, बेरोजगारों, संविदा कर्मियों और कोरोना से मारे व्यक्तियों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का संदेश दे रही है। प्रियंका गांधी ने कांग्रेस सरकार बनने पर किसानों की पूर्ण कर्ज माफी, 2500 रुपए में गेहूं-धान प्रति क्विंटल खरीदी, गन्ना किसान अपनी फसल के लिए 400 रुपए प्रति क्विंटल कीमत पाएंगे। हर घर का बिजली बिल आधा, कोरोना काल का बकाया बिल माफ, 20 लाख लोगों को सरकारी रोजगार, संविदा को नियमित करने का प्रमुख वादा किया है। वहीं महिलाओं को विधानसभा चुनाव में प्राथमिकता से 40 प्रतिशत टिकट दिया जाएगा और लड़कियों को स्मार्ट फोन और स्कूटी दी जाएगी।

वैक्सीनेशन में पीछे नहीं है छत्तीसगढ़: बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ कोरोनारोधी वैक्सीनेशन में पीछे नहीं है। हम तो अपने राज्य के लोगों के वैक्सीनेशन का खर्च भी उठाने को तैयार थे। सबसे पहले हमने ही वैक्सीन खरीदने की पहल की थी। राज्य में एक दिन में तीन लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाया जा सकता है, लेकिन जब केंद्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं करा रही है तो हम वैक्सीन लगाएंगे कैसे। देश में वैक्सीनेशन को लेकर उनके एक पुराने बयान पर पूछे गए सावल पर बघेल ने कहा कि देश या देश के लोगों की क्षमता, योग्यता पर हमने कोई सवाल नहीं किया। हमें तो मोदी सरकार की नियत पर संदेह था, क्योंकि जिस समय देश में वैक्सीन की जरूरत थी, उस समय विदेश भेज रहे थे। यदि वैक्सीन विदेश नहीं भेजते और समय पर आक्सीजन उपलब्ध करा देते तो देश में जो लोग पीडि़त हुए या जिनकी मौत हुई, शायद वे बच जाते। भाजपा की तरफ से लग रहे मतांतरण के आरोपों में उन्होंने कहा कि भाजपा के पास कोई काम नहीं है। जनता उन्हें पूरी तरह नाकार चुकी है। 15 वर्ष तक जनता ने उन्हें मौका दिया, लेकिन कुछ नहीं किया। जनता की भावनाओं के अनुरूप कोई काम नहीं किया उल्टे हमारे अस्तित्व को ही मिटाने में लगे थे।रामवन गमन पथ समेत राज्य सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किसान, आदिवासी, युवा, महिला, व्यापारी और उद्योगपति समेत समाज के हर वर्ग के लिए काम कर रही है। ऐसे में अब भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है। यही वजह है कि वे मतांतरण और सांप्रदायिकता की बात कर रहे हैं, क्योंकि इसमें उनकी मास्टरी है। लेकिन उन्हें समझना चाहिए छत्तीसगढ़ में उन्हें मुंह की खानी पड़ेगी।

वैक्सीनेशन में पीछे नहीं है छत्तीसगढ़: बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ कोरोनारोधी वैक्सीनेशन में पीछे नहीं है। हम तो अपने राज्य के लोगों के वैक्सीनेशन का खर्च भी उठाने को तैयार थे। सबसे पहले हमने ही वैक्सीन खरीदने की पहल की थी। राज्य में एक दिन में तीन लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाया जा सकता है, लेकिन जब केंद्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं करा रही है तो हम वैक्सीन लगाएंगे कैसे। देश में वैक्सीनेशन को लेकर उनके एक पुराने बयान पर पूछे गए सावल पर बघेल ने कहा कि देश या देश के लोगों की क्षमता, योग्यता पर हमने कोई सवाल नहीं किया। हमें तो मोदी सरकार की नियत पर संदेह था, क्योंकि जिस समय देश में वैक्सीन की जरूरत थी, उस समय विदेश भेज रहे थे। यदि वैक्सीन विदेश नहीं भेजते और समय पर आक्सीजन उपलब्ध करा देते तो देश में जो लोग पीडि़त हुए या जिनकी मौत हुई, शायद वे बच जाते। भाजपा की तरफ से लग रहे मतांतरण के आरोपों में उन्होंने कहा कि भाजपा के पास कोई काम नहीं है। जनता उन्हें पूरी तरह नाकार चुकी है। 15 वर्ष तक जनता ने उन्हें मौका दिया, लेकिन कुछ नहीं किया। जनता की भावनाओं के अनुरूप कोई काम नहीं किया उल्टे हमारे अस्तित्व को ही मिटाने में लगे थे।रामवन गमन पथ समेत राज्य सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किसान, आदिवासी, युवा, महिला, व्यापारी और उद्योगपति समेत समाज के हर वर्ग के लिए काम कर रही है। ऐसे में अब भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है। यही वजह है कि वे मतांतरण और सांप्रदायिकता की बात कर रहे हैं, क्योंकि इसमें उनकी मास्टरी है। लेकिन उन्हें समझना चाहिए छत्तीसगढ़ में उन्हें मुंह की खानी पड़ेगी।

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