सूरजपुर। जिले में स्थित भास्करपारा कोयला खनन परियोजना से प्रभावित ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्रीय अधिकारी पर्यावरण व संरक्षण मण्डल अंबिकापुर को 6 बिंदुओं में लिखित आपत्ति पत्र सौंपकर भास्करपारा कोल परियोजना प्रारंभ नहीं करने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि जिले के भैयाथान विकासखण्ड अर्न्तर्गत ग्राम भास्करपारा, खाडापारा, कुरीडीह, केवरा, दनौलीखुर्द, कुसमुसी और बडसरा के लगभग 932 हेक्टेयर में प्रकाश इडस्ट्रीज लिमिडेट की खुली खदान परियोजना प्रस्तावित है। इसकी जन सुनवाई 9 नवंबर को ग्राम केवरा में प्रस्तावित है।
इसके लिए पर्यावरण विभाग की ओर से आपत्ति मंगाई गई थी। इस संबंध में बीते गुरुवार को प्रभावित ग्राम के जनपद सदस्य, सरपंच और पंच कार्यालय पहुंच 6 बिंदुओं पर पर्यावरणीय नुकसान की आपत्ति दर्ज कराई गई है। पत्र में कहा है कि प्रस्तावित भास्करपारा कोल माइंस के प्रभावित ग्रामों में शासकीय, राजस्व, वन भूमि और निजी भूमि से लगभग 1 लाख से अधिक तेन्दु, साल, महुआ के पेड़ पौधे काटे जाएंगे। इससे क्षेत्र में पर्यावरणीय असन्तुलन पैदा होने के साथ ही कटने वाले अधिकांश पेड़ पौधे औषधिय महत्व और वनोपज के है, जो लोगों के आय से जुड़ा हुआ है। इससे ग्रामीण अपना जीवकोपार्जन भी करते हैं तथा अधिकाश वन क्षेत्र मवेशियों के लिए चारागाह के रूप में उपयोग होता है।