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राजनांदगांव। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के अंदरूनी नक्सल क्षेत्रों में अवैध रूप से बंदूकों को जमा करने 2 दिसंबर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अब तक 68 बंदूकें जिले के अलग-अलग थानों में ग्रामीणों ने जमा की है। इस अभियान का मकसद ग्रामीणों को अवैध हथियार रखने से पृथक करना है, ताकि कानून व्यवस्था में उनकी सहभागिता बनी रहे। बताया जा रहा है कि भरमार बंदूकों को परंपरागत रूप से ग्रामीण रखते हैं। इसका भीतरी इलाकों में शिकार करने के लिए ज्यादा उपयोग होता रहा है। ग्रामीणों के इस बंदूकों का इस्तेमाल नक्सलियों द्वारा भी किया जाता रहा है।
कई दफे ग्रामीणों के बंदूकों से नक्सली हिंसा के प्रमाण भी सामने आए हैं। इसके लिए नक्सली ग्रामीणों पर दबाव भी बनाते हैं। इसे देखते हुए घोर नक्सल क्षेत्रों में बंदूकें जमा करने के लिए अपील की गई थी। जिसके सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं। गढ़चिरौली पुलिस के मुताबिक अब तक 68 भरमार बंदूक और 12 बैरल सरेंडर कि गए हैं। पुलिस लगातार आम लोगों से अपील के जरिये अवैध हथियार को घर से थाना में जमा करने के लिए अभियान चला रही है। नक्सल सप्ताह के दौरान पुलिस ने अभियान का शुभारंभ किया था। ग्रामीण भी पुलिस की समझाईश से प्रभावित होकर हथियार जमा करने स्वमेव सामने आ रहे हैं।
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