तालाब में लगे बिजली खंभे से ग्रामीण चिंतित, मंडरा रहा खतरा
दुर्ग। ग्राम सेमरिया के बांधा तालाब को लेकर जनहित में एक आवेदन जनदर्शन में पहुंचा था। जिसे ग्रामवासियों के सहमति के साथ सरपंच द्वारा प्रस्तुत किया गया था। सरपंच का कहना था कि ग्रामवासी प्रतिदिन दैनिक दिनचर्या के निर्वहन के लिए इस तालाब का उपयोग करते हैं। तालाब में बारों माह जे.के. लक्ष्मी सीमेंट के खदान से पाईप लाईन द्वारा पानी ग्रामवासियों एवं किसानों के उपयोग के लिए प्रदान किया जाता है। परंतु दैनिक दिनचर्या के उपयोग के लिए तालाब में लगे बिजली के खंभे ग्रामवासियों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। पानी वाले स्थाान में बिजली के खंभे लगे होने के कारण कभी भी अप्रत्याशित दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। ग्रामीणजन चाहते हैं कि आने वाली बरसात से पहले यदि इन बिजली के खंभों को हटा दिया जाए तो दुर्घटना की संभावना को नगण्य किया जा सकता है। इसलिए सरपंच का निवेदन था कि तालाब में गड़े इन बिजली के खंभे को यथाशीघ्र यहां से हटाया जाए। आवेदन को बिजली विभाग के संबंधित अधिकारी को प्रेषित किया गया।
जनदर्शन में प्राप्त अन्य एक और आवेदन में राजेन्द्र विहार के एक निवासी द्वारा बिजली के अस्थाई कनेक्शन की सुरक्षा निधि राशि वापस दिलवाए जाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया था। आवेदक का कहना था कि वह लगभग एक साल से सुरक्षा निधि की राशि प्राप्त करने के लिए बिजली विभाग का चक्कर काट रहा है। उसने बताया कि अपने नए घर में गृह प्रवेश करने के अवसर पर उसने जुलाई 2021 में अस्थाई कनेक्शन के लिए आवेदन दिया था और लगभग 7 महीने पश्चात् बिजली विभाग से स्थाई कनेक्शन प्राप्त किया। स्थाई कनेक्शन प्राप्त करने के पश्चात् उसने विभाग में सुरक्षा निधि वापस करने या सुरक्षा निधि में जमा राशि के समायोजन के लिए विभाग को कई बार आवेदन दिया। विभाग द्वारा मांगे गए दस्तावेज वह प्रस्तुत कर चुका है, परंतु वर्तमान स्थिति तक उसे समाधान प्राप्त नहीं हुआ है। प्रस्तुत आवेदन को बिजली विभाग के संबंधित अधिकारी को प्रेषित किया गया और शीघ्र से शीघ्र सुरक्षा निधि वापस करने के लिए निर्देशित भी किया गया।