ग्रामीणों ने लगाया हवाई हमले का आरोप, कहा - सुबह बीजापुर के जंगल में हुई बमबारी
बीजापुर। नक्सलवाद और नक्सलियों के खात्मे के लिए फोर्स लगातार समय-समय पर रणनीति में बदलाव करती रही है। वहीं अब फोर्स जमीनी लड़ाई के साथ हवाई बमबारी कर नक्सलियों को नुकसान पहुंचाने का काम कर रही है। बीते कुछ सालों में हवाई हमले के प्रमाण मिले हैं और ग्रामीणों ने भी पुलिस और फोर्स पर ऐसे आरोप लगाए हैं।
बताया जा रहा है कि, बीजापुर और सुकमा जिले के जंगलों से एक बार फिर हवाई बमबारी की खबर सामने आ रही है। शुक्रवार को माओवादियों के दक्षिण बस्तर सब जोनल ब्यूरो की प्रवक्ता समता ने प्रेस नोट जारी कर हवाई बमबारी की जानकारी दी। माओवादी नेता ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है। पिछले महीने श्री शाह ने अपने बस्तर दौरे के दौरान नक्सलियों के खात्मे की तैयारी अंतिम चरण में होने का दावा किया था। इस बयान के बाद से लगातार बस्तर के अंदरूनी इलाकों में ड्रोन से हमले किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि, बमबारी के दौरान मौके पर भगदड़ मच गया, जिसमें कई ग्रामीण घायल हो गए। मौके पर मौजूद जब्बागट्टा गांव निवासी कलमू जोगा ने बताया कि, वह महुआ बीन रहा था। इस दौरान अचानक भीषण बमबारी और फायरिंग होने लगी। इस बीच वह अपने आप को बचाने की कोशिश में गिरकर घायल हो गया, जिससे उसके सिर और कान में चोट आ गई।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह जब्बागट्टा, मीनागट्टा, कवरगट्टा, भट्टिगुड़ा गांव के मोरकोमेट्टा पहाड़ी में ड्रोन से हमला किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि, सुबह 6.05 बजे पहली बमबारी की गई। फिर 5-5 मिनट के अंतराल में लगातार ड्रोन से बम छोड़े गए। इसके बाद 3 हेलीकॉप्टर मौके पर पहुंचे और ताबड़तोड़ गोलीबारी की गई। ग्रामीणों ने कहा कि, इस तरह के हमले से हम सभी ग्रामीण आदिवासी डरे हुए हैं। यह ड्रोन हमला कब तक जारी रहेगा, इसका जिम्मेदार कौन है, हमारे ही देश में सरकार हमारे ऊपर हवाई ड्रोन से बमबारी क्यों कर रही है, हमें कुछ समझ नहीं आ रहा। सरकार हम आदिवासियों से क्या चाहती है, हमें बताए।